Published On : Thu, Mar 8th, 2018

चुनावी प्रतिज्ञापत्र में मुख्यमंत्री ने झूठी जानकारी देकर की धोखाधड़ी – नाना पटोले

Advertisement

Prashant Pawar and Nana Patole
नागपुर: बीजेपी से अलग होने के बाद भी पूर्व सांसद नाना पटोले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर लगातार हमला हो रहे है। गुरुवार को नाना ने फिर एक बार गंभीर आरोप लगाए है। नाना के मुताबिक मुख्यमंत्री पर चुनाव प्रतिज्ञापत्र में झूठी जानकारी देकर धोखाधड़ी की है। नाना का कहना है मुख्यमंत्री पर धोखाधड़ी का मामला शुरू है लेकिन उन्होंने इस मामले को छुपाये रखा। इस मामले को सामने लाने वाले वकील को फ़ोन पर धमकी दी गई। वकील को धमकी देने वाला शख्श और कोई नहीं सीएम का चचेरा भाई है।

देवेंद्र फडणवीस पर कुल 24 अपराध दर्ज है लेकिन प्रतिज्ञापत्र में उन्होंने सिर्फ 22 मामलों का जिक्र किया। सीएम को इस धोखाधड़ी के लिए नैतिकता के आधार पर इस्तीफ़ा देना चाहिए। मुख्यमंत्री पर 2 मामले भारतीय दंड संहिता की धारा 420 के तहत मामले दर्ज है। वर्ष 2003 में दर्ज हुए इस मामले में उन्हें जमानत मिली थी। लेकिन झूठा शपथपत्र दाखिल करने के मामले में मुख्यमंत्री पर अपराध दर्ज होना चाहिए। पटोले गुरुवार को जय जवान जय किसान संगठन के अध्यक्ष प्रशांत पवार के कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री पर यह गंभीर आरोप लगाया।

Gold Rate
Thursday 09 Jan. 2025
Gold 24 KT 77,900 /-
Gold 22 KT 72,500 /-
Silver / Kg 90,600 /-
Platinum 44,000/-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

पत्रकारों को नाना ने सुनाया धमकी भरे फोन की ऑडिओ क्लिप
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष नाना पटोले ने कथित धमकी भरे फोन की ऑडिओ क्लिप भी पत्रकारों को सुनाई। नाना का दावा है इस कॉल में वकील अभियान बराहाते को संजय फडणवीस धमकी दे रहे है। संजय और कोई नहीं सीएम का चचेरा भाई है। इस कॉल में संजय वकील से कह रहा है की वर्ष 2019 में हम फिर से सत्ता में आयेगे। तब जेल जाना पड़े या पुलिस उठा ले जाए फिर कुछ मत कहना। संवाद के बीच ने अभियान बाराहाते ने संजय से कहा कि- तेरी पत्नी की इज्जत करता हूं इसलिए तुझे कुछ नहीं कह रहा। फोन पर दी गई इस धमकी की शिकायत बाराहाते द्वारा अजनी थाने में की गई है। नाना ने इस प्रकरण में अपराध दर्ज करने की मांग की है।

सीएम द्वारा चुनाव आयोग को दिये गए प्रतिज्ञापत्र में 2 प्रकरणों का जिक्र नहीं किये जाने का मामला वकील सतीश उके ने सामने लाया था।यह मामला न्यायालय ने खारिज कर दिया था। अब इस मामले को अभियान बाराहाते ने नये सिरे से सामने लाया है। इससे उन्हें जान को खतरा है।

Advertisement