नागपुर: एक तरफ कल आमसभा थी, तो दूसरी तरफ सुबह से ही मनपा परिवहन सभापति बंटी कुकड़े शहर भर में बसों का निरीक्षण कर वर्तमान हालातों का जायजा ले रहे थे। इस दौरान यह प्रकाश में आया कि कंडक्टर यात्रियों से किराया जरूर ले रहे हैं, लेकिन उन्हें टिकट नहीं थमा रहे। किराए के नाम पर वसूली गई किराया बस चालक व कंडक्टर की मिलीभगत से रोजाना प्रत्येक शिफ्ट में उक्त जोड़ी कम से कम 200 रुपये की चोरी कर रही हैं।
उक्त मामला पिछले माह पूर्व परिवहन सभापति बाल्या बोरकर ने प्रमुखता से प्रकाश में लाया था। वर्तमान में 375 के आसपास बसें परिवहन विभाग मार्फत दौड़ाई जा रही है। इस हिसाब से रोकना 125000 से 150000 रुपए की चोरी हो रही। सालाना परिवहन विभाग को 15 लाख रुपए का नुकसान होने का आंकलन लिया गया।
परिवहन सभापति कुकड़े ने कल निरीक्षण अभियान चलाकर उक्त धांधलियों का पर्दाफाश किया। जबकि परिवहन विभाग और मनपा परिवहन विभाग की ओर से व्यवस्था संभालने वाली डिम्ट्स को नियमित जांच करनी चाहिए थी। लेकिन परिवहन विभाग प्रमुख की शह पर डिम्ट्स करारानुसार जिम्मेदारी का वहन करने के बजाय सभी बस ऑपरेटर पर लाखों में जुर्माना लगा उन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचाने में लीन हैं। इसके बदले में डिम्ट्स को लाखों – करोड़ों में भुगतान करवा कर कुछ विशेष लाभार्थी मजे काट रहे हैं।
परिवहन विभाग की कार्यशैली से नाराज एक रेड बस ऑपरेटर इन दिनों मनपा में न्याय के लिए चक्कर काट रहा है। जल्द ही सक्षम पदाधिकारी व अधिकारी ने समाधानकारक जवाब नहीं मिला तो वे टेंडर बीच मे छोड़ने का मन बनाए हुए हैं।
उल्लेखनीय यह है कि प्रशासन निष्क्रिय परिवहन व्यवस्थापक और डिम्ट्स को किस वजह से कायम रखी है। यह परिवहन समिति के समझ से भी परे है। मनपा परिवहन विभाग में ईटीएम मशीन खरीदी घोटाला और डिम्ट्स द्वारा कॅश कार्ड मशीन घोटाला पर प्रशासन और सत्तापक्ष द्वारा पर्दा डाला जाना समझ से परे है।