काटोल : आज सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहने तथा धूप छाव के मौसम के गर्मी अपना रूख दिखाई दे रही थी उसी तरह चिपचिपी धूप और गर्मी से उमस भरी गर्मी के मौसम से रह-रह कर आसमान में बादल छाए रहने से इस वर्ष मौसम विभाग द्वारा विदर्भ सहीत जिले जोरदार बारिश होने की संभावना जताई जा रही थी
उसी तरह यह पोला यह सन किसानों के बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है जिससे पोले पहले दिन किसान अपने खेतों में बैलों नहलाने के बाद शाम के समय हल्दी और खी से उनके खंदो पर पडस के पत्तों खी और हल्दी मिलाकर खान शेख कर अपने घर आने के लिए आमंत्रित करते हैं वहीं दूसरे दिन यानी आज अमावस्या के दिन पोले का बडे पैमाने पर आयोजन किया जाता है
जिसमें काटाेल तहसील कार्यालय के समक्ष आंबेडकर चौक पर विशाल यसा बैल जोडीयोका मेला आयोजित किया जाता जिसमें हर कोई किसानों द्वारा अपने अपने बैल जोडी रंग भी रंग सजावट कर उनकों कपड़े के झूले पहना कर चौवर मंटाटी आदि वस्तुओं से बैलों को सजावट कर पोले के स्थान पर ले जाया जाता है वहीं शाम पांच बजे बँड बाजे के साथ गुंडी पहुचने पर उसके हाथों पुजा अर्चना कर पोला तोड कर सभी जोडी अपने किसानों के खेत मालिकों के घर रवाना होती जिसके बाद सभी किसानों द्वारा खेत मालिक अपने घरों बैलों कि पुजा अर्चना कर पुरन रोटी खिलाकर बैलों को पुजा जाता है इसलिए बैलों तथा किसानों का सबसे बड़ा सन यांनी पोंला यह महत्वपूर्ण माना जाता है.