नागपुर: राज्य की विमुक्त जाति, घुमन्तु जनजाति व अन्य पिछड़े वर्ग व विशेष पिछड़े वर्ग के दसवीं के बाद शिक्षा लेनेवाले विद्यार्थियों के लिए 605 पाठ्यक्रमों के लिए भारत सरकार ने स्कॉलरशिप देने का निर्णय लिया है. यह जानकारी जलसंधारण व विमुक्त जाति, घुमंतू जमाति व अन्य वर्ग, विशेष पिछड़े वर्ग के कल्याण मंत्री प्राध्यापक राम शिंदे ने दी. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार दसवीं कक्षा से आगे कॉलेज में अध्ययन करनेवाले प्रवर्गों के निवासी व प्रवासी विद्यार्थियों के लिए भारत सरकार मैट्रिकोत्तर स्कॉलरशिप योजना चलाती है.
उन्होंने बताया कि अब इस निर्णय पर सरकार की मुहर लग गई है. राज्य सरकार के इस निर्णय से योजना के अंतर्गत विभिन्न पाठ्यक्रमों में जाति, घुमंतू जनजाति व अन्य वर्ग, विशेष पिछड़े वर्ग के लाखों विद्यार्थी इस योजना का लाभ ले सकते हैं.
इन पाठ्यक्रमों में अभियांत्रिकी, वैद्यकीय, वास्तुशास्त्र, कृषि, आयुर्वेद, फलोत्पादन, कंप्यूटर साइंस, जेनेटिक साइंस जैसे विषयों का समावेश है. इन पाठ्यक्रमों की पदवी व द्वीपद्वी के लिए स्कॉलरशिप दी जाएगी. इन पाठ्यक्रमों को विद्यार्थी वेबसाइट पर भी देख पाने की जानकारी शिंदे ने दी.