तीन घंटे चली स्टीयरिंग समिति की बैठक
नागपुर: मनपा परिवहन विभाग की स्टीयरिंग समिति की मैराथन बैठक चली. बैठक में उपस्थित स्टेक होल्डर्स प्रतिनिधि मनपा प्रशासन के ठोस आश्वासन से डिम्ट्स ने एक ओर अपना प्रस्ताव वापस लिया तो दूसरी ओर जल्द ही बकाया भुगतान दिए जाने के आश्वासन से सभी संतुष्ट दिखे.
प्रशासन की कल स्टीयरिंग समिति की बैठक रात 7 बजे से 10.15 बजे तक चली. बैठक में प्रशासन प्रतिनिधि प्रभारी आयुक्त ने सभी उपस्थित प्रतिनिधियों की व्यथा तन्मयता से सुनी. जिसकी नोटिंग भी हुई. उन्हें भरोसा दिलाया गया कि जल्द ही कानून के दायरे में रहकर सभी के हितार्थ निर्णय लिया जाएगा.
सभी ऑपरेटरों के डीजल बसों को चरणबद्ध सीएनजी में तब्दील करने का प्रस्ताव पुणे की एक कंपनी ने दिया गया है. वह भी पुरानी बसों को ताकि प्रदूषण मुक्त बसों के संचालन से शहर स्वास्थ्य रहे. प्रथम चरण में 50 बसों को तब्दील कर ऑपरेटरों को दिया जाएगा. इसके लिए सी एन जी भी उक्त कंपनी पूर्ति करेगी. इस प्रस्ताव पर समीक्षा और अध्ययन परिवहन सह प्रशासन कर परिवहन समिति को रिपोर्ट सौंपेंगे.
इसके बाद डिम्ट्स की कटिंग पर चर्चा हुई. परिवहन विभाग ने नियमानुसार एक बार प्रतिशत तय करना चाहा था लेकिन दो बार इसमें कटिंग की गई. मानवीय दोष सुधारने के आश्वासन के बाद डिम्ट्स ने काम छोड़ने का प्रस्ताव वापिस लिया. बाहर चर्चा यह भी थी कि परिवहन विभाग की सलाह पर डिम्ट्स ने प्रशासन को अल्टीमेटम दिया था. सोची समझी चाल कामयाब होने के बाद डिम्ट्स ने अपना प्रस्ताव रद्द करने के बजाय तत्काल टाल दिया. प्रशासन ने डिम्ट्स को निर्देश दिया कि आप भी सुधरो, व्यवस्था भी सुधारो. हम समय पर बकाया भुगतान कर देंगे.
फिलहाल परिवहन विभाग से संबंधित सभी ठेकेदारों को अगस्त 2018 तक का बकाया भुगतान कर दिया गया. इसके अलावा कुछ पुराना,अक्टूबर,सितंबर माह का कुल भुगतान सिर्फ ऑपरेटरों का लगभग 22 लाख पेंडिंग है. जिसका भुगतान भी करने का आश्वासन दिया गया.