नई दिल्ली: 12 बजते ही देश में लागू हुआ एक टैक्स सिस्टम. जैसे ही घड़ी की सुइयों ने 12 बजाए, GST की घंटी बजी और देश में एक टैक्स सिस्टम लागू हो गया. संसद के सेंट्रल हॉल में मौजूद सभी महानुभावों ने तालियां बजाकर नई व्यवस्था का स्वागत किया. इस ऐतिहासिक मौके पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि GST पर हमारा विश्वास सही निकला. उन्होंने कहा कि GST को लेकर केंद्र और राज्यों ने आपसी तालमेल से काम किया.
पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने सम्बोधन में हर किसी को यह भरोसा दिलाने की कोशिश की कि GST से आम आदमी परेशान नहीं होगा. उन्होंने GST का एक और मतलब समझाते हुए कहा, ”ये है गुड एंड सिंपल टैक्स.” प्रधानमंत्री ने कहा कि संविधान सभा की तरह GST की लॉन्चिंग भी ऐतिहासिक है. उन्होंने कहा कि GST से देश में आर्थिक एकीकरण का काम होगा. धार्मिक ग्रंथ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि गीता में 18 अध्याय हैं, GST काउंसिल की भी आज 18वीं बैठक हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि GST के जरिए जो रास्ता हमने चुना है, वह किसी एक दल की सिद्धि नहीं है. उन्होंने कहा कि यह हमारी साझी विरासत का नतीजा है.
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने प्रोग्राम की शुरुआत के मौके पर कहा कि GST भारत के लिए एक नई यात्रा की शुरुआत है. उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र, एक टैक्स हमारा उद्देश्य है.
सेंट्रल हॉल में राष्ट्रगान के साथ ही GST प्रोग्राम की औपचारिक शुरुआत हो गई है. इससे ठीक पहले राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी संसद भवन पहुंचे.