नागपुर: गुरुवार की रात करीब साढ़े ग्यारह बजे अमेरिका के साउथ केरलिना के लैंकेस्टर में भारतीय मूल के कारोबारी हर्निश पटेल की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। हत्या का कारण अभी नहीं मालूम चल पाया है। हत्यारे भी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। उल्लेखनीय है कि अमेरिका के कैंजस में हाल ही भारतीय मूल के इंजीनियर की नस्लभेद के चलते हत्या कर दी गयी थी। अमेरिका में जब से ट्रम्प सरकार सत्तासीन हुई है, वहां नस्लभेद और रंगभेद के चलते हिंसा की घटनाएं बढ़ गयी हैं।
हर्निश पटेल अपने लैंकेस्टर स्थित घर से महज कुछ कदम की दूरी पर मृत पाए गए थे। वह विवाहित हैं और उनके एक छोटा बच्चा भी है। हर्निश की हत्या के बाद से लैंकेस्टर में रह रहे भारतीय और एशियाई मूल के लोगों में खासी नाराजी है।
कैंजस में 22 फरवरी को एक अमेरिकी के साथ हुए विवाद में भारतीय मूल के इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोतला और उनके दोस्त आलोक मदसानी को गोली मार दी गयी थी। इस गोलीबारी में श्रीनिवास की मौत हो गयी थी।
मीडिया में मुखर आलोचना के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ‘नफरत से पनपे गुनाहों’ से बाज आने की ताकीद अमेरिकी नागरिकों से की थी। उन्होंने श्रीनिवास की हत्या के साथ शरणार्थियों के शिविरों पर किए जा रहे हमलों की भी कड़ी निंदा की थी।
पिछले कुछ दिनों में अमेरिका में रहने वाले भारतीयों पर हमले तेज हुए हैं। न्यूयॉर्क में रहने वाली एकता देसाई ने अपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो पोस्ट किया था जिसके जरिए उन्होंने दुनिया को बताया था कि एक ट्रेन यात्रा के दौरान एक अश्वेत अमेरिकी ने उन्हें नस्लभेदी गलियां दी और उनके साथ दुर्व्यवहार किया था, मदद की गुहार लगाने पर भी कोई सहयात्री उनकी मदद के लिए आगे नहीं आया था।
बहरहाल, हर्निश पटेल की हत्या के बाद से अमेरिका में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों में भय व्याप्त है और जानकार मान रहे हैं कि इससे अमेरिका से भारतीय लोगों का पलायन हो सकता है।