नागपुर: शहर में सीमेंट रोड के बिछ रहे जाल के बीच सड़क निर्माण में बरती जा रही अनियमितताएं भी सामने आ रही है। सामाजिक संस्था जनमंच इन दिनों शहर में निर्माण हो रही सडको का पब्लिक ऑडिट कर रही है। शनिवार को प्रतापनगर से खामला के बीच हाल ही में बन के तैयार हुए सीमेंट रोड का मुआयना किया गया जिसमे फिर एक बार घटिया किस्म के निर्माण कार्य का खुलासा हुआ। इस मार्ग के निर्माण के बाद दो महीने पहले ही आम जनता के लिए खोला गया है।
सार्वजनिक निर्माण विभाग के मार्फ़त बनाए गए इस रोड की लाइफ वैसे तो तीस साल सुनिश्चित की गयी है लेकिन दो महीने के भीतर की इस सड़क की दुर्दशा देख ऑडिट कर रही जनता और जनमंच के लोग हैरान रह गए। सीमेंट के रास्तो का निर्माण सड़क की उम्र बढ़ाने और बार बार बर्बाद होने वाले जनता के पैसों पर रोक लगाने के लिए किया जाता है। पर सड़क के निर्माण में जिस तरह का काम किया गया वह घटिया से भी घटिया दर्जे का है।
जनमंच ने अपने सर्वेक्षण में पाया की सड़कों पर गड्ढे पड़ चुके है सड़क के बीच में जो गट्टू बैठाए गए है वह निकृष्ट दर्जे के है सड़क को विभाजित करने के लिए रखे गए पत्थर उखड रहे है। सड़क की स्थिति ऐसी है की दो महीने में ही इसकी दुरुस्ती की आवश्यकता आ पड़ी है। सड़क की स्थिति को देखकर अंदाजा लगाना ज्यादा मुश्किल नहीं है की निर्माण कार्य में कितनी भरी अनियमितता बरती गयी है।