नागपुर: बीजेपी के वरिष्ठ नेता और अर्थशास्त्री सुब्रमण्यम स्वामी ने देश के इनकम टैक्स वसूलने की परंपरा को बंद किये जाने की अपील की है। स्वामी के अनुसार देश में भ्रस्टाचार और ब्लैकमनी वजह इनकम टैक्स की प्रथा है इसलिए वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते है की इसे बंद किया जाये। क्या भारत आर्थिक महाशक्ति बन सकता है ? विषय पर स्वामी के व्याख्यान का आयोजन किया गया था जिसमे उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहाँ की इनकम टैक्स के रूप में देश को चार लाख करोड़ का राजस्व मिलता है जबकि इसका बड़ा खामियाजा हमें ब्लैकमनी और भ्रस्टाचार के रूप में उठाना पड़ता है। हमारे पास अन्य रास्तों से अधिक राजस्व हासिल करने की बेहतर वैकल्पिक व्यवस्था उपलब्ध है। उन्होंने प्रधानमंत्री से इनकम टैक्स की प्रथा को समाप्त करने की माँग की है जिसे जल्द अमल में लाये जाने का भरोषा भी स्वामी ने व्यक्त किया। स्वामी ने इनकम टैक्स को देश के लिए ज़हर सामान बताया।
स्वामी के अनुसार 1 हजार वर्ष पहले भारत आर्थिक महाशक्ति था। उस समय दुनिया की जीडीपी में भारत की हिस्सेदारी 51% थी आजादी के बाद वह 4 % पर रही अब अब 16 % पर है। आजादी के बाद अपनी आर्थिक क्षमता को सुधारने का बेहतर मौका हमारे पास था लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की वजह से ऐसा हो नहीं पाया। नेहरू सोवियत रूस की आर्थिक नीतियों के मुरीद थे इसलिए उन्होंने वहाँ के मॉडल को अपनाते हुए औद्योगिकीकरण पर ज्यादा ध्यान केंद्रित किया। कृषि क्षेत्र की अवहेलना की वजह से कभी अनाज का निर्यातक देश को सन 16 में अनाज आयात करना पड़ा। देश की अर्थव्यवस्था कृषि पर टिकी है इसलिए इस पर ध्यान देना होगा। देश में 120 मिलियन हेक्टर जमीन पर वर्ष भर खेती नहीं हो रही है जबकि देश में कही भी वर्ष में तीन बार फ़सल ली जा सकती है। देश अगर तीन गुना उत्पादन बढ़ता है तो कृषि क्रांति लाना आसान है। भारत में उत्पादित अनाज विश्व की तुलना में सस्ता है अगर किसानो को सीधे अपना अनाज निर्यात करने की इजाजत दे दी जाती है तो सब्सिडी की आवश्यकता ही नहीं होगी।
आर्थिक महाशक्ति बनने का सूत्र आगामी 20 वर्ष 10 % की जीडीपी ग्रोथ
सुब्रमण्यम स्वामी के अनुसार अगर देश को आर्थिक महाशक्ति बनाना है तो आगामी 20 वर्षो के लिए जीडीपी ग्रोथ 10 प्रतिशत रखना पड़ेगा। इस लक्ष्य को हासिल करने से देश की गरीबी ख़त्म हो जाएगी। स्वामी ने रोजगार सृजन को भी देश के विकास के लिए आवश्यक बताया। पिछले आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन को देश में बढ़ी बेरोजगारी के लिए स्वामी ने जिम्मेदार ठहराते हुए स्वामी ने कहाँ की विदेश से पढ़कर आने वाले लोग देश की परिस्थिति को जाने अपनी बाते थोपते है। महगाई को कम करने के लिए लिए राजन ने लगातार ब्याज दर बढ़ाया जिसका खामियाजा सबसे ज्यादा रोजगार देने वाले सेक्टर लघु व सूक्ष्म इंड्रस्टी को उठाना पड़ा। अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उनका कार्यकाल बढ़ाने की बात मोदी को कही थी लेकिन वह इस बात के लिए प्रधानमंत्री की सराहना करते है की उन्होंने माँग को दरकिनार करते हुए देशहित में फैसला लिया। विदेश की अक्ल हमें देश की परिस्थिति के हिसाब से लेनी चाहिए। देश में लेबर लॉ कानूनों से भय खाकर उद्योगपति मशीनों से काम लेना पसंद करते है लेकिन सरकार अब नई नीतियों पर अमल कर रही है जिसका भविष्य में फायदा होगा।
नरसिम्हा राव सही मायने में आर्थिक क्रांति के जनक
स्वामी ने कहाँ देश में आर्थिक सुधार की पहल अगर किसी ने की तो वह पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने की लेकिन कांग्रेस ने उनकी कद्र नहीं की। उनके सुधारवादी कदमों की वजह ही भले आज इस स्थिति में खड़ा हो रह उन्हें कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा। सारा श्रेया तत्कालीन वित्तमंत्री के रूप में डॉ मनमोहन सिंह को दिया गया लेकिन कोई भी काम के लिए निर्माण लेना पड़ता है जो निर्णय तत्कालीन प्रधानमंत्री के रूप में लिया। स्वामी ने चुटकी लेते हुए कहाँ की जो काम मनमोहन सिंह बतौर वित्तमंत्री रहते हुए कर सकते थे वह 10 साल प्रधानमंत्री रहते हुए क्यूँ नहीं कर पाए। मनमोहन सिंह काबिल है ईमानदार है इसमें किसी को संदेह नहीं हो सकता। राव सही मायने में भारत रत्न के हक़दार थे जो उनकी पार्टी ने उन्हें नहीं दिया 1991 में मेरी सिफारिक पर तत्कालीन प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने उन्हें यह सम्मान दिया।
देश की ताकत युवा पीढ़ी
वर्तमान में भारत सबसे युवा देश है हमारे युवाओ में प्रतिभा की कमी नहीं है। भारतीय मूल के लोगो का अमेरिका में डंका बज रहा है। अमेरिका की ताकत उनका इनोवेशन है हमें हमारे युवाओं को बेहतर शिक्षा और प्रोत्साहन देना होगा। ब्रिटिश शाषन ने देश को तरक्की न करने देने के लिए षड्यंत्र रचा था पर अब ऐसे हालत नहीं है। हमारी नीतिया देश को आर्थिक महाशक्ति बनाएगी। देश की औसत आयु इस समय 26 वर्ष है जबकि चीन की 35 वर्ष 2025 तक हम चीन को आर्थिक विकास के मामले में पीछे छोड़ देंगे। चीन की अपनी नीतिया उसे पीछे ले जाएगी। हमारे पास क्षमता बहुत है उसके उपयोग की आवश्यकता है।
विकास के लिए स्वामी ने दिया चार सूत्री फार्मूला
विकास के लिए स्वामी ने चार सूत्रीय बताते हुए कहाँ हमें अपने उद्देश्य सुनिश्चित करने होंगे,दूसरा उद्देश्य में से प्राथमिकता को चुनना पड़ेगा तीसरा उद्देश्य को हासिल करने के लिए आर्थिक नीतियों को तय करना पड़ेगा और चौथा साधन की उपलब्धता को खोजना पड़ेगा।
जल्द बनेगा राम मंदिर,कीर्ति चिदंबरम जायेगा तिहाड़
विषय से अलग हटकर भी स्वामी ने कई बातें कही स्वामी के मुताबिक अयोध्या में जल्द ही राम मंदिर का निर्माण होगा। घोटाले में फंसे पूर्व वित्त मंत्री पी चिंदंबरम के बेटे कीर्ति को जेल भेजने की तैयारी होने की जानकारी उन्होंने दी। हमेशा की ही तरह उन्होंने नेहरू – गाँधी परिवार पर हमला बोला।
सरदार पटेल की नीतियों को बीजेपी अमल में ला रही है
स्वामी ने कहाँ की विरोधी बीजेपी पर सरदार पटेल को हथियाने का आरोप लगा रहे है लेकिन पटेल की विरासत को हम लोग की आगे लेकर जा रहे है। सरदार ने देश को अखंड रखने का काम किया। भाषा,राज्य,वेशभूषा पर विभाजन नहीं होना चाहिए। कई शक्तिया लंबे समय से देश को तोड़ने का काम कर रही है लेकिन ऐसा होगा नहीं।