नागपुर. जेईई मेन्स परीक्षा में हुई धांधली के मामले में सीबीआई दिल्ली ने निजी संस्था और उसके निदेशकों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. इस प्रकरण में 7 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. सोमवार को इस केस में नागपुर से संबंधित कुछ कोचिंग इंस्टीट्यूट पर छापेमारी की गई. बताया जाता है कि दिल्ली से आई टीम ने स्थानीय लोगों की मदद से यहां छापेमारी करके दस्तावेज जब्त किए हैं.
ज्ञात हो कि लगभग 2 सप्ताह पहले सीबीआई ने जेईई मेन्स परीक्षा में चल रही धांधली का भंडाफोड़ किया था. इस केस में सीबीआई ने एफिनिटी एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड और उसके निदेशकों द्वारा कथित हेराफेरी का मामला दर्ज किया था.
दूसरे ही दिन सीबीआई ने दिल्ली, एनसीआर, इंदौर, पुणे, जमशेदपुर और बेंगलुरु सहित 19 स्थानों पर छापेमारी की थी. साथ ही एफिनिटी एजुकेशन के संचालक सिद्धार्थ कृष्णा, विशम्भर त्रिपाठी, कर्मचारी रितिक सिंह, अंजुम दावुदानी, अनिमेष कुमार, अजिंक्य नरहरी पाटिल और रंजीतसिंह ठाकुर को गिरफ्तार किया था. बताया जाता है कि आरोपियों से पूछताछ के दौरान नागपुर के भी कुछ कनेक्शन का पता चला. नागपुर के भी कुछ कोचिंग के संचालकों ने आरोपियों के साथ साठगांठ करके अपने छात्रों की परीक्षा में सेटिंग करवाई थी. एफिनिटी ने बड़े ही शातिर ढंग से यह खेल रचाया था.
परीक्षा देने वाला कैंडिडेट केवल पेपर सोल्व करने का नाटक करता था. असल में उसकी आईडी और पासवर्ड लेकर कोई और ही परीक्षा देता था. ज्यादा स्कोर करने से देश के नामी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में आसानी से प्रवेश दिलवाने के लिए यह हेराफेरी होती थी. इसमें नागपुर के कोचिंग क्लासेस के संचालकों ने भी अपने कैंडिडेट की सेटिंग करवाई थी. एक उम्मीदवार से 10 से 12 लाख रुपये का लेन-देन होने की जानकारी मिली है. सूत्रों का दावा है कि सीबीआई की टीम ने 5 स्थानों से कुछ दस्तावेज जब्त किए हैं. मंगलवार को भी इस संबंध में छापेमारी की जा सकती है.