एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व डिप्टी सीएम अजित पवार ने बीजेपी में शामिल होने की अटकलों पर चुप्पी तोड़ी है. अजित पवार ने कहा कि वे एनसीपी में हैं और एनसीपी में ही रहेंगे. एनसीपी जो भी तय करेगी, मैं वहां रहूंगा.
अजीत पवार ने कहा, ”आज मुझसे विधायक मिलने आए थे, ये रूटीन काम के लिए आए थे. इसका अलग मतलब मत निकालो. मैं पार्टी और शरद पवार के प्रति बहुत वफादार हूं और जो वे कहेंगे वही करूंगा. जो मैसेज और अफवाहें फैलाई जा रही हैं, वह सब हमारे खिलाफ साजिश है. अजित पवार ने कहा, देश में लोग कई समस्याओं से जूझ रहे हैं. सबसे ज्यादा दिक्कतें किसानों को हैं. लोगों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा. वहीं, एकनाथ-उद्धव गुट के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर उन्होंने कहा, हम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे हैं.
कहां से शुरू हुईं बीजेपी में शामिल होने की अटकलें
अजित पवार ने पीएम मोदी के करिश्मे की तारीफ कर दी थी. इतना ही नहीं, उन्होंने EVM पर भी भरोसा जताया था. इसके बाद महाराष्ट्र सरकार में मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने एनसीपी को एनडीए में आने का न्योता दे दिया था. तब से महाराष्ट्र में तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. इतना ही नहीं खबरें सामने आई थीं कि अजित पवार ने एनसीपी विधायकों की बैठक बुलाई थी. वे NCP सुप्रीमो शरद पवार और सांसद सुप्रिया सुले की पुणे की रैली में भी शामिल नहीं हुए थे. इन सब घटनाओं के बाद उनके बीजेपी में जाने की अटकलों को बल मिल गया.
अजित के पास 30-34 विधायकों का साथ
कहा जा रहा है कि अजित पवार एनसीपी के 53 में से 30-34 विधायकों के साथ मिलकर शिंदे-फडणवीस सरकार का हिस्सा बन सकते हैं. बताया जा रहा है कि अजित पवार एनडीए में शामिल होने के लिए पार्टी में समर्थन जुटा रहे हैं. अजित की इस मुहीम में प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे, छगन भुजबल, धनंजय मुंडे जैसे एनसीपी नेताओं ने समर्थन किया है. हालांकि, एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल समेत कई नेता इसके पक्ष में नहीं हैं.
शरद पवार का अलग रुख
सूत्रों का दावा है कि अजित गुट ने शरद पवार से मुलाकात की और उन्हें इसकी जानकारी दी है कि एनसीपी विधायक भाजपा के साथ गठबंधन करने के इच्छुक हैं. हालांकि शरद पवार ने बीजेपी-शिंदे के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया.
अजित ने दिया जवाब
अजित पवार ने कहा था कि खबरें चल रही हैं कि मैंने बैठक बुलाई, लेकिन ये पूरी तरह गलत है. मैंने कोई बैठक नहीं बुलाई है. रैली में न शामिल होने को लेकर उन्होंने बताया था कि वे लू लगने से जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों और बीमार लोगों से मुलाकात करने के लिए अस्पताल में थे. ऐसे में पुणे की रैली में शामिल नहीं हो पाए.
अटकलों पर क्या बोले शरद पवार?
शरद पवार ने कहा, ‘कुछ लोग सिर्फ खबर बना रहे हैं, इसके अलावा इन बातों का कोई अर्थ नहीं हैं. जो चर्चा आपके मन में वो हम में से किसी के मन में नही है , इसलिए इसका कोई महत्व नहीं है. मैं एनसीपी के बारे में कह सकता हूं कि इस पार्टी में काम करने वाले सभी नेता एक विचार से पार्टी को कैसे मजबूत किया जाए इसके लिए काम कर रहे हैं. ऐसा सुनने में आया कि विधायकों की बैठक है, यह बात बिलकुल झूठी है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल अपने चुनाव क्षेत्र में काम कर रहे हैं. अजित पवार भी काम में व्यस्त हैं. मैं यहां हूं, इसके अलावा बैठक बुलाने का किसी को अधिकार ही नहीं है.’
राउत ने बीजेपी के सिर फोड़ा ठीकरा
संजय राउत ने कहा, मैंने रोकठोक (सामना अखबार का कॉलम) में भी यही लिखा था कि जैसे हमें और हमारे पार्टी के नेताओं को ED और CBI के जरिए परेशान किया गया और पार्टी तोड़ी गई, वही NCP के साथ किया जा रहा है. इस तरह की खबरें BJP प्लांट करा रही है कि 40 विधायक अजित पवार के साथ जा रहे है. हम लगातार उनके संपर्क में है.’
संजय राउत ने कहा, ‘अजित पवार और शरद पवार में काफी अच्छे संबंध है. नागपुर से लेकर अभी तक वो हमारे संपर्क में हैं. अजित पवार पर इस तरह से आपको बार-बार सवाल नही उठाना चाहिए. वो हमारे विपक्ष के नेता हैं और महाविकास अघाड़ी पूरी मजबूती के साथ खड़ी है. सबसे ज्यादा राज्य के सीएम भ्रम फैला रहे हैं.’