मोहाड़ी। खेत पर अपने छोटे से परिवार की साथ रहने वाले खेत मजदूर को विद्युत कंपनी ने 13 हजार का बिल भेज दिया. मीटर रीडिंग के अनुसार बिल भेजने के बजाय एक साल का बिल भेजा गया. विद्युत कंपनी के इस कारनामे से मजदुर के ऊपर आर्थिक संकट मंडरा रहा है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार तालुका के सीतेपार(झंझाड़) के मोरेश्वर बाला अपनी पत्नी और दो छोटे बच्चों के साथ एक झोपडी में रहता है. 2001 में उसने बिजली कनेक्शन लिया, उसका ग्राहक क्र. 436060001960 है. घर में रोशनी आने पर परिवार खुश था. लेकिन अधिकारी और कर्मचारीयों ने एक साल तक उसे बिजली बिल नहीं भेजा. मजदुर ने ही विद्युत कंपनी के चक्कर काटकर बिल मांगा तो उसे बिना मीटर रीडिंग के अंदाजन 12,990 रूपए का बिल थमा दिया गया. मजदुर ने कुछ पैसे इकट्ठा करके बिल जमा किया लेकिन फिर दो महीनों में उसे जनवरी 2013 से मीटर फाल्टी होनेपर भी बिल आता गया. इसके लिए उसने विद्युत कंपनी जाकर लिखित शिकायत की. लेकिन शिकायत पर कंपनी कर्मचारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया. आखिरकार खेतमजदुर ने मोहाड़ी के कार्यालय जाकर मीटर फॉल्टी का बिल दिखाया और ऑफिस में रिकॉर्ड दर्ज किया. लेकिन फॉल्टी मीटर ना बदलते हुए फिरसे उसे 12,990 रूपये का बिल दिया गया.
इसदौरान विद्युत कंपनी ने हद कर दी, फॉल्टी मीटर से रीडिंग कैसे आएगी और बिल कैसे निकाला जायेगा यह प्रश्न निर्माण हुआ है. कंपनी के इस अंदाजन कार्य से जनता तंग आ गयी है. पहले मीटर बदलकर और भरी हुई रकम कम करके नए मीटर से बिल दिया जाय ऐसी मांग ग्राहकों की है.

Representational pic