Published On : Wed, Aug 26th, 2020

आरएसएस प्रमुख भागवत से नहीं मिल सके ज्योतिरादित्य सिंधिया

नागपुर दौरे में उनके साथ-साथ नज़र आए स्थानीय पूर्व राज्यमंत्री

नागपुर – कहा जाता हैं कि देश में जब-जब भाजपाइयों के मध्य कोई बड़ा उलटफेर होता हैं या फिर दिग्गज की नाराजगी सामने आते ही ,उन सभी को नागपुर स्थित राष्ट्रीय संघ मुख्यालय में हाजिरी लगाते देखा जाता है। लेकिन कल जो हुआ, अबतक नहीं देखा या सुना गया।संघ प्रमुख ने पहली मर्तबा किसी राजनेता को मिलने का समय नहीं दिया। कल सुबह अचानक हाल ही में भाजपाई बने ज्योतिरादित्य सिंधिया नागपुर पहुंचे और सीधे रेशमबाग स्थित आरएसएस मुख्यालय पहुंचे।बताया जा रहा था कि वे संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात करने या आशीर्वाद लेने हेतु मुख्यालय आए हैं।

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ज्योतिरादित्य कल सुबह और दोपहर 2 बार संघ प्रमुख मोहन भागवत से मिलने की कोशिश की लेकिन मोहन भागवत ने उनसे मिलने के लिए समय नहीं दिया। अपने असफल प्रयास बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया बैरंग वापस हो गए।

भागवत का सिंधिया से न मिलने के कारणों को लेकर अनेक कयास लगाए जा रहे हैं। ।सूत्र बताते हैं कि इनके भाजपा में प्रवेश से संघ खुश नहीं है।इन्हें भाजपा में लेते वक्त संघ को विश्वास में नहीं लिया गया या फिर मध्यप्रदेश में होने वाले उपचुनाव का परिणाम का आभास संघ के कार्यकर्ताओं के मार्फत भागवत को हो चुका हैं।

कल यह भी चर्चा रही कि सिंधिया आए संघ से संबंधित मेल-मुलाकात हेतु लेकिन उनके साथ दिनभर साए की तरह कांग्रेस के पूर्व राज्यमंत्री दिखे।

दूसरी तरफ कांग्रेस में वरिष्ठ कांग्रेसी 2 दर्जन नेताओ पर लगे भाजपा से हाथ मिलाकर कांग्रेस व राहुल गांधी को निपटाने के संगीन आरोप।इसका लिंक सिंधिया के दौरे से ऐसा जोड़ा जा रहा कि उक्त कांग्रेसी पूर्व राज्यमंत्री के आका पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चौहाण हैं। क्या चौहाण अब भी सिंधिया के संपर्क में हैं ? क्या आज भी सिंधिया कांग्रेस के संपर्क में हैं?क्योंकि सुनने में आया कि भाजपा में उन्हें वह तवज्जों नहीं मिल रही जो कांग्रेस में हमिला करती थी।शायद इसलिए भी भागवत, सिंधिया से मिलने से परहेज कर रहे होंं ?

राजीव रंजन कुशवाहा ( 09850503020 )

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