– 14 कामगारों का निलंबन रद्द करने की मांग
बूटीबोरी – बुटीबोरी स्थित मोरारजी टैक्सटाइल्स प्रा. लि. के कामगारों ने विगत 20 दिनों से काम बंद आंदोलन शुरू किया है. इन्हीं कामगारों ने नागपुर के संविधान चौक में धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी की.
उल्लेखनीय है कि 4 महीने पहले दिए गए आश्वासन के अनुसार 3 वर्ष से अधिक अवधि तक नौकरी करने वाले कामगारों को स्थायी करने की मांग कर्मचारियों ने की है. उसी तरह कोई भी कारण न बता कर निलंबित किए गए 14 कामगारों का निलंबन रद्द करने की मांग भी की गई है.
जनहित संघर्ष समिति की विदर्भ अध्यक्ष जेबुन्निसा शेख ने बताया कि मोरारजी टैक्सटाइल्स प्रा. लि. के कामगार 20 दिनों से कंपनी के बुटीबोरी स्थित प्रकल्प के सामने आंदोलन कर रहे हैं. इस कंपनी में 1954 कामगार 19 वर्ष से कार्यरत हैं, परंतु उन्हें कंपनी ने स्थायी सेवा में अब तक नहीं लिया है. उनकी न्याय-प्राप्ति की कई मांगे भी प्रलंबित हैं. इस संदर्भ में कंपनी प्रबंधक ने उनकी मांगों को सुलझाने के लिए 15 दिसंबर 2021 को कामगार प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक भी की थी, जिसमें कंपनी अधिकारी, कामगार सहायक आयुक्त, और कामगार प्रतिनिधि उपस्थित थे. कंपनी अधिकारियों ने कामगारों की मांगों को सुलझाने का आश्वासन भी उस दौरान दिया था, लेकिन 3 महीने से उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार भी नहीं किया गया. ऐसा आरोप भी जेबुन्निसा शेख ने लगाया.
मोरारजी टैक्सटाइल्स प्र. लि. के कामगारों ने संविधान चौक में धरना दिया. इस अवसर पर समिति की अध्यक्ष जैबुन्निसा शेख, आइटक नेता अरुण बनकर, सुरेश सुरमुरे ने कामगारों का मार्गदर्शन किया. इस आंदोलन में चंद्रमणि पिल्लेवान, धनराज ढोमने, अश्वदीप भोयर, भोजराज शहाने, कांताबाई शिंदे, जया नंदेवार, जयवंत सातपैसे पंकज जरोदे आदि सहित अनेक कामगार उपस्थित थे.
कामगारों की प्रलंबित मांगे
3 वर्ष से अधिक अवधि से कार्यरत कामगारों को स्थायी सेवा प्रदान की जाए, सभी कामगारों को न्यूनतम वेतन और विशेष भत्ता दिया जाए, 14 कामगारों का निलंबन रद्द किया जाए, प्रत्येक महीने का मासिक वेतन 7 से 10 तारीख तक दिया जाए, कंपनी द्वारा कामगारों को हर वर्ष बोनस दिया जाए, कोई कामगार कुशल कामगार के रूप में कार्यरत अगर है, तो उसे कुशल कामगार का वेतन व अन्य भत्ते दिए जाए, आदि मांगे कामगारों की है.