नई दिल्ली: केरल के कथित लव जिहाद मामले में सुप्रीम कोर्ट के सामने पेशी के लिए रवाना होने से पहले हादिया (पूर्व नाम अखिला) ने कहा कि किसी ने भी उसे इस्लाम में धर्मांतरण के लिए मजबूर नहीं किया था। वह अपने पति शफीन जहां के पास जाना चाहती है।
हादिया को सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश होना है। आज उन्होंने अपने पिता और सुरक्षाकर्मियों के साथ कोच्चि एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए उड़ान भरी।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 30 अक्टूबर को हादिया के पिता को अपनी बेटी को अगली सुनवाई के वक्त पेश करने को कहा था। सुप्रीम कोर्ट हादिया के पिता की उस याचिका पर सुनवाई कर रहा है जिसमें वो अपनी बेटी की मुस्लिम युवक से शादी का विरोध करते हुए इसे लव जिहाद का मामला बता रहे हैं।
कोर्ट ने पिछली सुनवाई के वक्त कहा था कि इस मामले की सुनवाई से पहले अदालत संबंधित महिला से उसका पक्ष जानना चाहेगी कि क्या उसने अपनी सहमति से धर्म परिवर्तन और निकाह किया था।
सुप्रीम कोर्ट ने दिया था एनआईए जांच के आदेश
दिसंबर 2016 में उसकी शादी शैफीन जहां नामक शख्स से हो गई। वह मस्कट की एक कंपनी में मैनेजर था। 21 दिसंबर, 2016 को हादिया पति के साथ हाईकोर्ट के सामने आई लेकिन कोर्ट ने उसे हॉस्टल भेज दिया। 24 मई, 2017 को हाईकोर्ट ने शादी खारिज कर दी। उसके पति ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। कोर्ट ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को जांच के आदेश दिए।