नागपुर: खासदार सांस्कृतिक महोत्सव में मंगलवार को ” एक रात्र निल्या पाखरांची ” की प्रस्तुति में गायकों ने एक से बढ़कर एक भीमगीत पेश कर समां बांधा. कार्यक्रम की शुरुआत गायक एम.ए. कादर, जीनत कादर व सौरभ शिरवंदे ने डॉ. आंबेडकारांच्या अनुयायांची एक रात्र निळ्या पाखरांची ‘ गीत से की. इसके बाद शशिकांत व स्वाति ने ‘बाबांची वर्णिली जन्मकथा भिमायण गातो आम्ही आता” पेश किया.
‘हे बुद्धा चित्ताने परी बुद्धा हे सम्यक सम्बुद्धा ‘ गीत अहिंसा तिरपुडे ने पेश किया. ‘ज्ञानसूर्य तू इस जगत का भीमराव महान ‘ यह हिंदी गीत स्वाति ने पेश किया. डॉ आंबेडकर या युगपुरुषाने साक्षरतेचे महाद्वार बहुजनांसाठी उघडले त्यांच्यासाठी ‘ कालोक संपला संपूण गेली रात यह गीत मोहिनी बरडे ने पेश किया. संकल्पना सीने अभिनेता हरीश गवई की थी. विशेष सहयोग सुरमणि पं प्रभाकर धाकड़े का था. मंच पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व संगीतकार रामलक्ष्मण मौजूद थे. इस कार्यक्रम में सैकड़ों की तादाद में दर्शक पहुंचे थे. जिन्होंने कार्यक्रम का लुत्फ़ उठाया.
गडकरी ने समाजकल्याण विभाग द्वारा कलाकारों को प्रोत्साहन देने की आवश्कयता के बारे में कहा. इस कार्यक्रम का संचालन रेणुका देशकर व बाल कुलकर्णी ने किया. माधुरी आशीरगडे, राजेश बुरबुरे, लहानु इंगले, भूपेश सवाई, सन्देश पोपटकर, ह्रदय चक्रधर, प्रभाकर दुपारे, अनिल खोब्रागडे, अशोक गवली, नरेश साखरे, राजा करवाडे, चंद्रकांत वानखड़े, डॉ.विनायक तुमराम, डॉ. ज़ुल्फ़ी शेख, डॉ गणेश चन्द्रांन, डॉ. मंजूषा सावरकर व मंगलदीप बैंडवाले का सत्कार केंद्रीय मंत्री गडकरी ने किया.