नागपुर: शादी ब्याह में शानोशौकत दिखाने के लिए पैसे बहाते हमेशा देखा जाता है. लेकिन शहर में एक ऐसा विवाह संपन्न हुआ, जहां फिजूलखर्ची नहीं की गई. जो कि आज के दौर में एक अच्छी पहल है. खुशाल प्रियंका का परिणय समारोह 16 सितम्बर को कमाल चौक परिसर में सुबह गुरुनानक सभागृह में संपन्न हुआ. आर्थिक स्थित अच्छी होने के बाद भी खुशाल ने समारोह की फिजूलखर्ची रोककर समाज को शादी की जानकारी मात्र देने के लिए एक कार्यक्रम रखा पर विवाह पर होनेवाले खर्च की जगह वाचनालय शुरू किया. खुशाल आदिवासी विकास प्रकल्प में लिपिक हैं और दुल्हन प्रियंका नर्स है. खुशाल के पिता किसान हैं और उसके इस कदम से वे काफी प्रसन्न हैं. इस विवाह में बारातियों व मौजूद लोगों को भेट स्वरुप भारत के संविधान की प्रस्तावना की प्रति और बुद्ध एन्ड हिज धम्म दी गई. इस समारोह में आइजीपी संदीप तामगाडगे, उप- प्रादेशिक आयुक्त डॉ.सिद्दार्थ गायकवाड़, अर्चना भोयर मौजूद थे.
Published On :
Mon, Sep 17th, 2018
By Nagpur Today