Published On : Sat, Sep 3rd, 2022
By Nagpur Today Nagpur News

महात्मा गांधी प्राथमिक विद्यालय हेडमास्टर प्रदीप मोतीरामानी का अपहरण,मांगी ३० लाख की फिरौती

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नागपुर। जरीपटका थाना क्षेत्र में रहने वाले एक हेडमास्टर का अपहरण किए जाने से शहरभर में सनसनी फैल गई है। कल रात से हेडमास्टर गायब हैं। हेडमास्टर की बेटी ने जब अपने पिता के देर रात तक घर नहीं पहुंचने पर फोन किया तो फोन अपहर्ता ने उठाया और उसके पिता को छोड़ने के बदले में ३० लाख रुपये की मांग की। पुलिस आरोपियों का तथा हेडमास्टर का सरगर्मी से पता लगा रही है। समूचा नागपुर पुलिस बल इस अपहरण कांड को सुलझाने में जुट गया है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जरीपटका निवासी प्रदीप मोतीरामानी जरीपटका इलाके की ही महात्मा गांधी प्राथमिक विद्यालय स्कूल में हेडमास्टर हैं। वे कल रात अपनी दुपहिया पर सवार होकर घर से निकले थे लेकिन देर रात तक जब घर नहीं लौटे तो घरवाले परेशान हो गए। मोतीरामानी की बेटी ने अपने पिता के मोबाइल पर जब संपर्क किया तो फोन उसके पिता की बजाय अपहर्ता ने उठाया तथा साफ तौर पर कहा बताते हैं कि पिता को जिंदा देखना चाहती हो तो कल दोपहर (शनिवार दोपहर तक ३० लाख रुपये तैयार रखना। इस बारे में पुलिस को नहीं बताने की भी चेतावनी दी गई।

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परेशान हो चुके परिजन अपहर्ताओ ने मांगी ३० लाख की फिरौती

समाजबंधुओं को इसकी जानकारी दी। सिंधी समाज के प्रतिष्ठित लोगों ने उन्हें पुलिस में शिकायत करने की सलाह दी परिजन तड़के जरीपटका थाने पहुंचे तथा मोतीरामानी के अपहरण की जानकारी दी। इस घटना से पुलिस भी खलबलाकर जाग गई। तमाम वरिष्ठ अधिकारी जरीपटका थाना पहुंचे तथा मोतीरामानी के परिजनों से उनके दुश्मन के बारे में जानकारी इकट्ठा करना शुरू कर दिया।

मोतीरामानी ने संचालक के खिलाफ एक बार बयान दिया था। पुलिस इस बारे में भी जांच की सूई घुमा सकती है। स्कूल के संचालकों से भी पूछताछ की जा सकती है। हालांकि समाचार लिखे जाने तक इस अपहरण कांड में स्कूल के संचालकों का कोई हाथ नहीं होने की जानकारी सामने आई है लेकिन पुलिस फूंक-फूंक कर कदम रख रही है।

फोन हो गया बंद

प्रदीप मोतीरामानी के परिजनों से अपहरणकर्ता द्वारा ३० लाख रुपये मांगे जाने के बाद समाचार लिखे जाने तक कोई संपर्क नहीं हुआ। पुलिस ने मोतीरामानी के मोबाइल पर संपर्क किया तो उनका फोन स्वीच ऑफ था। अपहर्ताओं का उसके बाद

स्थित एक बड़े अस्पताल के सामने पार्क की हुई मिली। अब यह और पेचीदा हो गया है कोई फोन नहीं आया है। कि आखिर मोतीरामानी उस अस्पताल में क्यों गए थे? क्या अपहरणकर्ता उन्हें जबरन वहां ले गए और दुपहिया पार्क करने कहा?

संचालकों से थी अनबन

अपुष्ट सूत्रों ने यह भी बताया कि प्रदीप मोतीरामानी जिस स्कूल में हेडमास्टर थे, उस स्कूल के संचालकों से उनकी वर्षों से अनवन थी। स्कूल के संचालक को आय से अधिक संपत्ति जमा करने के मामले में भ्रष्टाचार प्रतिबंधक ब्यूरो (एसीबी) ने गिरफ्तार किया था। बताते हैं कि उस मामले

सूत्रों ने बताया कि मोतीरामानी के फोन का अंतिम लोकेशन मौदा इलाके का दिखाई दिया था जिसके चलते पुलिस की एक टीम को उधर रवाना करने के अलावा मौदा पुलिस को भी सतर्क किया गया है। इसके अलावा विदर्भ व पड़ोसी छत्तीसगढ़ व मध्यप्रदेश की पुलिस को भी सतर्क किए जाने की जानकारी मिली है। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि जल्द ही इस अपहरण कांड की गुत्थी सुलझ जाएगी।

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