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नागपुर: उत्तर नागपुर में मनपा की एकमात्र अंग्रेजी माध्यम की स्कूल में शिक्षकों के अभाव से स्कूल पर ताला जड़ने की नौबत आन पडी है. इस ज्वलंत समस्या से निजात दिलवाने के बजाए मनपा के आला अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे है. टेका नाका के समीप मनपा की जीएम बनातवाला नामक एक अंग्रेजी माध्यम की स्कूल है. इस स्कूल में वर्त्तमान शैक्षणिक सत्र में 1400 विद्यार्थी है, जो कि अति गरीब तबके से ताल्लुक रखते है. इस स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या के मुकाबले शिक्षकों की काफी कमी है.
उधर बारंबार मनपा प्रशासन बंद हो रहे स्कूल और अतिरिक्त हो रहे शिक्षकों का दुखड़ा गाते नहीं थकती है. लेकिन उक्त स्कूल में शिक्षकों की मांग को पूरा करने में कोताही बरत रही है. इससे यह साफ़ हो रहा है कि मनपा प्रशासन कि शिक्षा क्षेत्र में कोई रूचि नहीं है.
मनपा शाला में उच्च स्तरीय गुणवत्तापूर्ण शिक्षण देने हेतु पहल जारी है. एक ओर सीसीटीवी लगाए जा रहे है तो दूसरी ओर मनपा की शालाओं की जीर्ण इमारतों को मनपा प्रशासन लगातार नज़रअंदाज कर रहा है. वर्ग में विद्यार्थियों की संख्या अल्प होने से लगभग ५ दर्जन शालाओं को ताला जड़ दिया गया, और शेष में से 40 पाठशालाओं की इमारत पुरानी और खस्ताहाल हो चुकी है. इस बरसात के मौसम में जीर्ण इमारतों में चल रहे स्कूलों के प्रमुखों को कोई अनहोनी न घटे इसलिए कोई विशेष दिशा-निर्देश नहीं दिये गए हैं. जबकि शहरभर के जीर्ण इमारतों को ढहाने के लिए इमारत मालिकों को इमारत की मरम्मत करने व इमारत ढहाने सम्बन्धी सुचना मनपा की ओर से दी जा चुकी है. इन मामलों में इसलिए भी रूचि दिखाई जाती है, क्योंकि बचाने-गिराने वालों से आयेदिन जेब जरूर गर्म हो जाती है.
राज्य सरकार ने मनपा को सर्व शिक्षा अभियान के तहत ४६ लाख रूपए की निधि दी. सरकार के नए नियम के तहत पहले गणवेश खरीदी, फिर बिल शाला प्रबंधन को दिखाओ, बाद में बिल की रकम विद्यार्थियों के खाते में जमा कराया जायेगा. इस सत्र के 18,000 विद्यार्थी गणवेश से महरूम है. किसी के पास गणवेश खरीदने के पैसे नहीं तो किसी का अन्य किन्ही कारणों से गणवेश नहीं ख़रीदा.