नागपुर:लकड़गंज इलाके के लॉटरी व्यवसायी का बेटा 31 वर्षिय राहुल आग्रेकर को अगवा किया किया गया था, जिसका मंगलवार रात बुटीबोरी परिसर से शव बरामद किया गया। राहुल का चेहरा आधा जला हुआ होने से उसकी शिनाख्त होने में तकलीफ गई, लेकिन इस बीच राहुल के भाई जयेश आग्रेकर ने शव उसके भाई राहुल का होने से इंकार कर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बुटीबोरी पुलिस स्टेशन ने मृतक की शिनाख्त व्यापारी सुरेश आग्रेकर के बेटे राहुल के तौर पर बुधवार को कर दी। राहुल को अगवा करनेवाले आरोपी दुर्गेश बोकड़े द्वारा राहुत की हत्या के बाद 1 करोड़ रुपए की फिरौती मांगे जाने की भी बात पुलिस कह रही है। लेकिन हत्या के बाद राहुल की शिनाख्त ना हो सके इसलिए उसने उसका चेहरा जला दिया था। मंगलवार रात राहुल का शव दिखाई दिया था जिसकी सूचना पुलिस को मिली थी।
इससे पहले लकड़गंज पुलिस राहुल के भाई जयेश की शिकायत पर उसकी तलाश कर रही थी। पुलिस को राहुल के मोबाइल का आखरी लोकेशन मनसर के पास मिला था, इसके बाद से उसका मोबाइल लगातार बंद बताता रहा। इस मामले की तह तक जाने के िलए पुलिस के पांच दलों का गठन कर जांच करने के लिए लगाया गया है। जयेश ने पुलिस को बयान दिया था कि रानी दुर्गावती नगर निवासी 32 वर्षिय दुर्गेश बोकड़े ने अपहरण किया है। घर पर भी फिरौती की रकम मांगने के िलए धमकाया गया था। किसी से कुछ कहने पर उसे जान से मारने की भी धमकी परिवार को दी गई थी।