नागपुर: भाजपा के पश्चिम नागपुर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार सुधाकर कोहले ने अपने चुनावी शपथ पत्र में लंबित आपराधिक मामले की जानकारी छुपाई है। स्थानीय मराठी समाचार पत्र में प्रकाशित खबर के अनुसार, हुडकेश्वर पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर क्रमांक 140/17 के तहत धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज बनाने और साजिश रचने का मामला लंबित है, लेकिन इस संबंध में जानकारी को उन्होंने अपने शपथ पत्र में नहीं बताया। यह गंभीर आरोप सामाजिक कार्यकर्ता मोरेश्वर घाडगे ने लगाया है।
घोटाले का विवरण
जानकीनगर इलाके में देवनगर गृह निर्माण सहकारी संस्था द्वारा विकसित प्लॉट क्रमांक 201 (एफ) और 201 (ई) से जुड़ा यह मामला है। कोहले ने कथित तौर पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए 1000 वर्ग फुट की खाली जमीन और इन प्लॉट्स को एक साथ जोड़कर 3200 वर्ग फुट का प्लॉट दिखाया और उसे अपने नाम पर रजिस्टर्ड करा लिया।
धोखाधड़ी पर पुलिस कार्रवाई
हुडकेश्वर पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले में तीन आरोपियों ने हाईकोर्ट से जमानत ले ली है, लेकिन कोहले अब तक अदालत में पेश नहीं हुए हैं।
स्कूल हटाने का विवाद
जानकीनगर के प्लॉट क्रमांक 201 (ई) पर पहले नगर निगम का एक स्कूल संचालित होता था, जहां गरीब बच्चों की पढ़ाई होती थी। आरोप है कि कोहले ने अपनी राजनीतिक और प्रशासनिक ताकत का इस्तेमाल कर स्कूल को अन्यत्र स्थानांतरित करवाया और जमीन पर कब्जा किया।
विधानसभा चुनाव के ठीक पहले सामने आए इस मामले ने नागपुर की राजनीति में हलचल मचा दी है।