इसके जिम्मेदार कौन प्रशासन या जनता ?
सावनेर – सावनेर में कोरोना वायरस काफी तेजी से अपने पैर पसार रहा है | शनिवार को सावनेर में कुल ५३ कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए है | प्रशासन की लापरवाही ओर जनता की अंदेखी के चलते ही कोरोना वायरस के चक्रव्यूह में महराष्ट्र फिर घिरता जा रहा है | इसका मुख्य कारण कोरोना टेस्टिंग प्रक्रिया भी हो सकता है, देरी से आ रही RT-PCR रिपोर्ट के चलते बढ़ रहा कोरोना वायरस ऐसा माना जारहा है, आइये जानते है कैसे ? कोरोना टेस्टिंग के दो मुख्य तरीके सरकार द्वारा चलाये जा रहा है|
1.एंटिजन टेस्ट
इसके जरिए नाक से स्वाब (SAMPLE) लिया जाता है जिसकी रिपोर्ट २० से ३० मिनट में मिल जाती अगर इस टेस्ट में व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है तो उस शख्स को कोरोना पॉजिटिव मान लिया जाता है। अगर टेस्ट नेगेटिव आता है तो संदेह शख्स का RT-PCR टेस्ट किया जाता है।
2.RT-PCR टेस्ट
RT-PCR टेस्ट में संभावित मरीज के गले से स्वाब (SAMPLE) लिया जाता है जिसे टेस्टिंग के लिए लैब में भेजा जाता है। आमतौर पर इसके रिजल्ट आने में १०-१२ घंटे का समय लगता है, लेकिन चूंकि टेस्ट अब काफी ज्यादा हो रहे हैं, तो टेस्ट रिजल्ट आने में 1-3 दिन तक लग रहे है |
देरी से आरही RT-PCR रिपोर्ट के चलते बढ़ रहा कोरोना संक्रमण कैसे ?
नागपुर जिल्हे के सभी तहसीलो के शासकीय कोरोनो टेस्टिंग सेंटरों से RT-PCR के स्वाब (SAMPLE) लेकर इंदिरा गांधी शासकीय वैदयकीय महाविद्यालय,नागपुर (IGGMC,NAGPUR) भेजा जाता है | तेजी से बढने रहे कोरोना वायरस के चलते पुरे तहसीलों में टेस्ट अब काफी ज्यादा तादाद में हो रहे है जिसके चलते रिपोर्ट आने में काफी दिन लाग रहे |
जो शख्स एंटिजन टेस्ट में नेगेटिव पाया जाता है परन्तु संदेह शख्स का RT-PCR स्वाब (SAMPLE) लिया जाता है जिसकी रिपोर्ट आने में २ से ३ दिन लग जाते है | इन २ से ३ दिनों में वह शख्स बेखोफ पुरे शहर में घूमते रहते है, जब २ से ३ दिन बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तब तक वह शख्स कई लोगो को कोरोना पॉजिटिव जरुर कर देते है | यह भी एक कारण हो सकता है जिसके चलते कोरोना आपने पैर पसारने में कामयाब हो रहा हो |
RT-PCR की देरी से आ रहे रिपोर्ट के चलते संक्रमण का खतरा और भी बढ़ता जा रहा है इस पर प्रशासन को ज्यादा ध्यान देने की जरुरत है जिससे कुछ हद तक कोरोना संक्रमण को रोकने में सफलता प्राप्त कर सके .