ड्रग तस्करी रोकने के लिए गुजरात मॉडल को अपनाएगा देश
नागपुर: राज्य भर के साथ देश में हुक्का पार्लर बंद करने के लिए कानून बनाये जाने की जानकारी केंद्रीय गृहराज्य मंत्री हंसराज अहीर दी है। नागपुर में ड्रग्स तस्करी पर रोक लगाने के लिए पश्चिम क्षेत्र की बैठक में पत्रकारों से बात करते हुए गृहराज्य मंत्री ने कहाँ की हुक्का पार्लरो के जरिये युवाओं के लिए नशा उपलब्ध होने की जानकारी सामने आयी है। गुजरात देश का पहला राज्य है जिसने अपने राज्य में हुक्का पार्लर पर रोक लगाए जाने के लिए कानून बनाने की अनुमति मंगाते हुए केंद्र को प्रस्ताव दिया है। इस प्रस्ताव पर संजीदगी से विचार किया जा रहा है अहीर के मुताबिक देश भर में हुक्का पार्लर को बंद करने के लिए एक कानून बनाया जा सकता है। सोमवार को नागपुर में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा आयोजित बैठक में गृह राज्य मंत्री ने पश्चिमी जोन के ड्रग्स तस्करी को रोकने के लिए शुरू कामो की समीक्षा की।
इस बैठक में पुलिस के अलावा कस्टम,इंडियन कोस्ट गार्ड,आईटी,सीआयएसएफ,आरपीएफ,जीआरपी,सीआरपीएफ,एफडीए के अलावा अन्य विभाग के अधिकारियो ने हिस्सा लिया। इस बैठक में सामाजिक संस्था और स्कूल के प्रधानाध्यापक के साथ भी ड्रग तस्करी और युवाओं को नशे से बचाने के लिए उठाये जाने वाले कदमों पर चर्चा की गयी। गृह राज्य मंत्री के अनुसार अब देश में ड्रग तस्करी को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री रहते हुए तैयार किये गए गुजरात मॉडल को अपनाया जायेगा। गुजरात सरकार ने नशा मुक्ति अभियान को सफल बनाने के लिए खास तरह के फॉर्मूले पर काम किया जो सफल रहा। साथ ही सामाजिक न्याय मंत्रालय,मानव संसाधन विकास मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ मिलकर सामाजिक जनजागृति का काम भी किये जाने की जानकारी उन्होंने दी। राज्य में ड्रग तस्करी को रोकने के लिए सम्बंधित विभागों का विशेष सामाजिक ऑपरेशन चलाने को कहाँ गया है। जिसके लिए केंद्र सरकार से फंड भी उपलब्ध कराया जायेगा।
आतंकवाद और नक्सलवाद से जुड़े है ड्रग तस्करी के तार
गृह राज्य मंत्री का कहना है की देश में ड्रग तस्करी सीधे तौर पर आतंकवाद और नक्सलवाद से जुड़ा है। इस संबंध में पुख्ता सबूत सरकार को प्राप्त हुए है।जिन इलाको में नक्सली आंदोलन सक्रिय है वहाँ गांजे की खेती होने की जानकारी सामने आयी है। बीते दिनों कश्मीर के रास्ते 100 करोड़ की कीमत का ड्रग्स मुंबई पहुँच गया इसमें सीधे तौर पर विदेशी ताकतों का हाँथ है। जनता को ड्रग बेचकर जो पैसा इकठ्ठा होता है वह आतंकवादी और नक्सलियों तक पहुँचता है। इस काम में पाकिस्तान का हाँथ है लेकिन बीते तीन साल में हमने ड्रग तस्करी पर रोक लगाने में कामियाबी पायी है। विदर्भ के चंद्रपुर और वर्धा में शराबबंदी है लेकिन वहाँ अब ड्रग तस्करो के सक्रिय होने की जानकारी सामने आयी है।