नागपुर: हिंदू परिवार की लड़कियां माता-पि ता के विरोध के बावजूद प्रेम जाल में तथा बहकावे में आकर अन्य धर्मों के लड़कों से विवाह कर लेती हैं। लव जिहाद के वातावरण में रहन-सहन खान- पान अपने आप को ढालने में असमर्थ रहती हैं और अंत में मर्डर, प्रताड़ना, आत्महत्या का शिकार हो जाती हैं।
ऐसे में अपराधी को जमानत नहीं देनी चाहिए ताकि अपराधी के सबूत नष्ट न हो पाए। लव जिहाद के अपराधियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए, इस आशय के विचार विचार वक्ताओं ने वैश्य एकता परिषद की ओर से वैश्य भवन में आयोजित चर्चा सत्र में व्यक्त किए। सर्व सम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया कि संबंधित अपराधी का केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए तथा राज्य सरकारों तथा केंद्र सरकार द्वारा सख्त कानून अमल में लाया जाए।