नई दिल्ली। सीबीआई जज बीएच लोया मामले में प्रमुख गवाह रहे एडवोकेट और सामाजिक कार्यकर्ता सतीश उके को नागपुर क्राइम ब्रांच की एक टीम ने आज सुबह गिरफ्तार कर लिया। क्राइम ब्रांच टीम के साथ आए पुलिसकर्मियों ने परिजनों को बताया कि 15 साल पहले के किसी संपत्ति के विवाद में उन्हें पूछताछ के लिए ले जाया जा रहा है। गिरफ्तारी आज सुबह तकरीबन 10.30 बजे उनके घर से हुई। ये जानकारी उनके भाई प्रदीप ने दी।
उनका कहना था कि सतीश उके को गलत तरीके से फंसाया जा रहा है। चूंकि लोया समेत कई दूसरे मामलों में वो लगातार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस की घेरेबंदी कर रहे थे। इसलिए सरकार के इशारे पर ये सब कुछ हुआ है। उन्होंने कहा कि लोया की तरह सतीश की भी हत्या की जा सकती है। गौरतलब है कि इसके पहले एक बार सतीश पर जानलेवा हमला हो चुका है जब वो अपने दफ्तर में बैठे थे और उनके ऊपर एक लोहे का गर्डर गिर गया था। लेकिन संयोग से उस समय वो सीट से हट गए थे।
आपको बता दें कि लोया मामले में सामने आये नये सबूतों के आइने में उन्होंने लोया के परिजनों को मुआवजा देने संबंधी एक याचिका बांबे हाईकोर्ट में दायर की है। और अनुमति के लिए नागपुर ब्रांच में भी उन्होंने एक आवेदन दिया है। और ये सारे मामले राज्य सरकार, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से जुड़ते हैं। लिहाजा ऐसा माना जा रहा है कि पुलिस सरकार के इशारे पर सतीश उके को परेशान करने की कोशिश कर रही है।
इस बीच लोया मामले में बांबे हाईकोर्ट की पुनर्विचार याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई हो रही है। सतीश उके की गिरफ्तारी के बाद माना जा रहा कि इस मामले से जुड़े लोगों को दूसरे तरीके से भी परेशान करने की कोशिश शुरू हो गयी है।