मुंबई: महाराष्ट्र में किसानों की क़र्ज़ माफ़ करने को लेकर विपक्षीय पार्टी आक्रामक हो गई है। कांग्रेस और एनसीपी इस मामले को लेकर बुधवार से संघर्ष यात्रा शुरू करेंगी। इस संघर्ष यात्रा की शुरुवात महाराष्ट्र की उप-राजधानी नागपुर से होगी। कांग्रेस और एनसीपी के साथ इस संघर्ष यात्रा में पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी, समाजवादी पार्टी और एआईएमआईएम सहित सभी विपक्षी विधायक हिस्सा लेंगे।
नागपुर से शुरू होने वाली इस यात्रा में विपक्ष के नेता और विधायक नागपुर से चंद्रपुर, यवतमाल, वर्धा, बुटीबोरी, अमरावती, हिन्गोली, परभनी, जलना, औरंगाबाद, बीड, लातूर, उस्मानाबाद, सोलाहपुर, पंधरपुर और पुणे की यात्रा करेंगे। 4 अप्रैल को यह यात्रा मुम्बई के करीब पनवेल ख़त्म होगी। पनवेल में विपक्ष के नेता एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
यात्रा के दौरान किसान समूहों से बातचीत, खुदकुशी करने वाले किसानों के परिजनों के साथ मुलाकात और जन सभाएं की जाएंगी। कांग्रेस के दिग्गज नेता रत्नाकर महाजन ने बताया कि इस यात्रा का मकसद कर्ज माफी के पीछे के औचित्य को बताना है।
उन्होंने कहा कि कर्ज माफी उनकी मदद करने के लिए कम अवधि का उपाय है। उनका संकट कम करना वक्त की जरूरत है। देवेंद्र फडणवीस सरकार कहती है कि वह उचित वक्त पर कर्ज माफी की घोषणा करेगी। यह उचित समय कब आएगा? 2019 के विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले?
बता दें कि, महाराष्ट्र में विपक्षीय पार्टियां लंबे समय से किसानो के क़र्ज़ को माफ़ करने की मांग कर रही है। विपक्ष ने विधानसभा में इसको लेकर प्रदर्शन भी किया है। विपक्ष की इस मांग में उन्हें सत्ताधारी शिवसेना का भी साथ मिल रहा है।