देश की मशहूर बिस्किट निर्माता कंपनी ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज आने वाले दिनों में बिस्किट के दाम बढ़ाने वाली है. इसके साथ ही कंपनी खर्च में कटौती करने पर भी विचार कर रही है. ब्रिटानिया की ओर से यह बयान ऐसे समय में आया है जब एक अन्य बिस्किट कंपनी पारले में 10 हजार कर्मचारियों की नौकरी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं.
आर्थिक सुस्ती है जिम्मेदार
ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज के मार्केट हेड विनय सुब्रमण्यम ने बताया कि पिछले पांच-छह महीने से आर्थिक सुस्ती देखने को मिल रही है और जनवरी तक की अवधि आसान नहीं होने वाली है. सुब्रमण्यम ने कहा, ‘तीसरी तिमाही यानी अक्टूबर से बिस्किट की कीमतों में कुछ वृद्धि होगी.’ उन्होंने आगे कहा, ‘उद्योग जगत में सकारात्मकता नहीं है.हम पिछले पांच-छह महीने से नरमी देख रहे हैं. अगले पांच-छह महीने भी आसान नहीं होने वाले हैं.’ सुब्रमण्यम के मुताबिक कंपनी की बिक्री में भी गिरावट आई है और अब यह आधी रह गई है. उन्होंने कहा कि हम स्थिति पर निगरानी कर रहे हैं. हमें उम्मीद है कि कंपनी को मॉनसून का फायदा होगा.
Parle में छंटनी का संकट
हाल ही में मशहूर बिस्किट कंपनी Parle ने आने वाले दिनों में 10,000 कर्मचारियों की छंटनी के संकेत दिए हैं. Parle के कैटिगरी हेड मयंक शाह के मुताबिक यह हालात गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (जीएसटी) की वजह से बने हैं.
दरअसल, GST लागू होने से पहले 100 रुपये प्रति किलो से कम कीमत वाले बिस्किट पर 12 फीसदी टैक्स लगाया जाता था. लेकिन सरकार ने दो साल पहले जब GST लागू किया तो सभी बिस्किटों को 18 फीसदी स्लैब में डाल दिया. मयंक शाह का कहना है कि इस वजह से बिस्किट कंपनियों को दाम बढ़ाने पड़े और बिक्री में गिरावट आ गई है. बिक्री में गिरावट की वजह से प्रोडक्शन कम हो रहा है. अगर यही हालात आगे भी रहे तो कंपनी कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है.