नागपुर : स्वच्छ भारत अभियान जब से शुरु हुआ है तभी से यह उपक्रम सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के निशाने पर है। नागपुर शहर के शासकीय कार्यालय परिसर हों कि सरकारी कर्मचारी, उनके लिए स्वच्छ भारत अभियान क्या मायने रखता है, इस चित्र में देख लीजिए…
नागपुर के यशवंत स्टेडियम के पास, सोमवार की दोपहर दो बजकर दस मिनट, धंतोली स्थित ट्रैफिक पुलिस की चौकी पर तैनात ट्रैफिक हवलदार को लघुशंका लगी, तो जनाब अपनी चौकी के सामने की दीवार से लगकर खड़े हो गए और ‘हल्के’ हो लिए। ये महाशय चाहते तो चार कदम की दूरी पर बने सुलभ शौचालय में जाकर भी फारिग हो सकते थे, लेकिन वर्दी में आदमी चल ही कहाँ पाता है!
एक जागरुक शहरी ने अपने मोबाइल में ट्रैफिक हवलदार की नागपुर को ‘स्मार्ट सिटी’ बनाने की कोशिश को अपने मोबाइल में क़ैद कर लिया। शर्मसार करती इस घटना से यदि अब कुछ लिया जा जा सकता है तो सबक और संकल्प भी कि हम जिम्मेदार शहरी और नागरिक होने का फर्ज कभी नहीं भूलेंगे, कभी नहीं।