नागपुर: स्वच्छ भारत अभियान के प्रतिनिधियों के दौरे के ४८ घंटे पहले जितनी फूर्ती मनपा प्रशासन की मंगलवारी ज़ोन और कनक ने दिखाई, उनके लौटते ही शहर को उसके हाल पर छोड़ दिया. मंगलवारी जोन अंतर्गत सफाई अभियान को कम उसके नाम पर होने वाली खासकर अनुमति वाला भाग को ज्यादा तरजीह दी जाती है.
इस वजह से मंगलवारी ज़ोन में गंदगी का नमूना जगह जगह देखने को मिल जाएगा. जिसमें जिम्मेदार जोन के वार्ड अधिकारी व सभापति हैं. सभापति का तो यह आलम है कि एक वर्ष बीत जाने के बाद वे पूर्ण प्रभाग का दौरा तक नहीं की, फिर प्रभाग की समस्या कोसों दूर रह गई. इसका नुकसान आसपास के रहने वाले के साथ ही साथ पशु-पक्षियों को हो रहा है. वे इन गंदगियों में अपना भोजन ढूंढने के चक्कर में जानलेवा पदार्थ जाने-अनजाने के खा जाते है. जिससे उनके स्वास्थ्य पर गंभीर परिणाम भी होने की संभावना को नाकारा नहीं जा सकता है.
जोन सभापति व वार्ड अधिकारी कुछ दिन पूर्व मानकापुर अंडरब्रिज के उद्घाटन अवसर के दो-तीन दिन पूर्व सक्रीय दिखे. सारा का सारा परिसर वर्षों से बदबू-गंदगी से लबरेज रहा उसे साफ़-सुथरा कर दिया, क्यूंकि यहां गडकरी आने वाले थे. उद्घाटन के दूसरे दिन से परिसर ‘जैसे थे’ की अवस्था में आने लगी.
मनपा बंद शाला में अवैध कब्ज़ा
मंगलवारी ज़ोन के वार्ड अधिकारी व सम्बंधित विभाग के अधिकारियों की शह पर गड्डीगोदाम-खलासी लाइन की बंद मनपा शाला में वर्षों से अवैध धंधे सह अतिक्रमण कर स्थानीय व्यवसाय कर रहे हैं. स्थानीय नागरिकों की मांग है कि इस बेशकीमती परिसर को कानूनन किराए पर देने से मनपा को आर्थिक लाभ होंगे, जबकि मनपा कड़की में हैं. लेकिन उक्त सभी अधिकारी मनपा को चूना लगाकर स्वार्थपूर्ति हेतु अवैध करतूतों को अंजाम दे रहे हैं.