– रिकार्ड बिजली उत्पादन में वढावा से महानिर्मिती को इजाफा
नागपूर– महानिर्मिती अंतर्गत कोराडी तथा खापरखेडा पावर प्लांट मे रिकार्ड बिजली उत्पादन के उद्देश्य से निर्माणाधीन जापानी तकनीकी से पाईप कोलवेल्ट प्लांट का कार्य युद्धस्तर पर शुरु है l आगामी वर्ष जुलाई 2022 तक यह कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा एवं सफलतम कोयला आपूर्ती शुरु कर दिया जाएगा ?
परियोजना के मुख्य अभियंता अनील आष्टीकर के अनुसार वेस्टर्न कोल फिल्ड्स लिमिटेड की भानेगांव सिंगोरी ओपन कास्ट कोयला खदान से खापरखेडा पावर प्लांट तथा कोराडी पावर प्लांट को कोयला आपूर्ती किया जाना है l इस प्रकल्प निर्माण की लागत रुपये 534.79 करोड है l निर्माणाधीन कोल पाईप वेल्ट स्ट्रक्चर की लंबाई 15.335 कि.मी.हैl इस प्रकल्प के लिए वेस्टर्न कोल फिल्ड्स लिमिटेड की ओर से 11.478 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण किया गया है l
बताया गया है कि पाईप कन्वेयर वेल्ट से कोयला हटाने की क्षमता 1200 मैट्रिक टन प्रति घन्टे आंकी गयी है,जिसमें पाईप कन्वेयर वेल्ट( पट्टा) का व्यास (मोटाई) 455 एम एम तथा चौडाई 1600 एम.एम. है,इसके अलावा कन्वेयर वेल्ट की गति 4.7 प्रति मिनट है l कोल कन्वेयर वेल्ट निर्माण की लागत 534.79 करोड रुपये आंकी गयी है l इस प्रकल्प के कार्यान्वयन से दोनो पावर प्लांटों मे बिजली उत्पादन के लिए समय पर कोयला उपलब्ध होगा l इस प्रकल्प के परिचालन के लिए 700 किलो वाॅट (HP)बिजली का उपयोग होगा
इससे महानिर्मिती को समय की बचत के अलावा आर्थिक बचत भी होगीl इस प्रयोग से विधुत विकास को बढ़ावा मिलेगा l इस प्रकल्प निर्माण के संबंध मे महानिर्मिती के प्रबंध निदेशक संजय खंदारे और संचालन संचलन चंद्रकांत थोटवे, कार्यकारी संचालक संजय मारुडकर, संचालक प्रकल्प श्रीथंगपांडियन आदि का समय समय पर कुशल मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है l
इस अत्याधुनिक तकनीक शुरु होने से पावर प्लांटों को समय पर मांगोनुरुप कोयला निर्धारित मात्रा में कोयला उपलब्ध होगा। समय की बचत और संभावित कोयला स्मगलिंग और तस्करी तथा परिवहन घोटालों के भय से मुक्ति मिलेगी। बिजली उत्पादन में इजाफा होगा।