Published On : Thu, Aug 27th, 2020

शहर के कई क्लिनिक, बिना जांच किए ही दे रहे है मरीज को दवाईयां

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नागपुर- नागपुर शहर में Covid-19 के संक्रमण के कारण आम नागरिक तो दहशत में है ही, लेकिन इसके साथ ही डॉक्टर भी काफी दहशत में है, जिसके चलते शहर में कई जगहों पर दवाखानों ( Clinic) के डॉक्टरो द्वारा मरीजों को बिना हाथ लगाए ही दवाई दी जा रही है. करीब 5 महीनों से देखने मे आया है कि मरीज को डॉक्टर चार से पांच फीट की दूरी से ही बीमारी बताने को कह रहे है और उसके बाद बिना चेक किए ही दवाई भी दे रहे है. जिसके कारण बिना चेक किए दवाईयां लेनेवाले मरीजों को भी खतरा है, हां लेकिन डॉक्टर मरीज को दवाई देने के बाद फीस बराबर वसूल कर रहे है, कई जगहों पर तो यह भी देखने मे आया है कि डॉक्टर घर मे बैठे है और कंपाउडर लोगों को दवाईया दे रहे है.

सबसे बुरी हालत झोपड़पट्टियों के दवाखानों (Clinic) की है, यहां पर ज्यादातर गरीब लोग रहते है, इनके साथ भी यही हो रहा है, इनसे भी मोटी फीस वसूल की जा रही है, दवाईया भी 300 रुपए या उससे ज्यादा की दी जा रही है, लेकिन मरीज को डर के मारे चेक नही किया जा रहा है. स्टेटेस्कोप से न तो उसको चेक किया जा रहा और नाही उसका बीपी चेक किया जा रहा है. अगर चेक ही नही किया जा रहा है, तो ऐसे मरीजों की जान को खतरा होने की संभावना को भी नकारा नही जा सकता.

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‘ नागपुर टुडे ‘ ( Nagpur Today ) की टीम कई जगहों पर गई और अलग अलग परिसर के कुछ जगहों के छोटे -मोटे दवाखानों (Clinic) में भी देखा , जहाँपर यह नजारा देखने को मिला. कई नागरिकों ने कुछ दिन पहले फ़ोन पर भी बिना चेक किए, दवाई देने की शिकायत ‘ नागपुर टूडे ‘ ( Nagpur Today ) से की थी.

शहर में कई डॉक्टर , हॉस्पिटल और क्लिनिक तो ऐसे है जो मरीजों का इलाज करने से पहले ही उन्हें कोरोना (Covid -19) की जाँच करने के लिए कह रहे है, इसके कारण भी शहर के आम नागरिक और गरीब लोग परेशान हो रहे है. अगर डॉक्टर ही मरीजों का इलाज सही तरीके से नही करेंगे और उनसे डरेंगे तो मरीज तो इसके कारण और ज्यादा घबरा जाएगा. अब इसपर प्रशासन को ध्यान देने की सख्त जरूरत जरूरत है.

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