- करीब 70-80 एकड़ की गेंहू खड़ी फसल जलकर ख़ाक
कांद्री-(कन्हान): पारशिवनी मौदा तहसील अंतर्गत आने वाले खेड़ी(खोपड़ी) निसतखेड़ा, हनुमान नगर, चाचेर ग्राम के खेत शिवार में दोपहर में आग लगी. प्रशासन की बेरुखी के चलते समय पर दमकल वाहन उपलब्ध नही होने पर आग हवा के रुख के साथ देखते ही देखते आग ने रूद्र रूप धारण कर लेने के कारण आग ने करीब 150 एकड़ खेतो को अपने कब्जे में कर लिया तो वही इस आग में करीब 70 से 80 एकड़ गेहूं की खड़ी फसल जलकर ख़ाक हो गयी.खेत में खड़ी मोटर साईकिल का भी नुकसान हो गया. चारो गाँव के करीब 500 किसान आग को गाँव तथा अन्य खेतो की फसलों तक ना पहुच पाए इसलिए आग पर काबू पाने के लिए कड़ी धूप में टैंकर से पानी लाकर आग बुजाने के लिए जद्दोजहद करते रहे. करीब साडे पांच घंटे बाद रामटेक व कामठी की दमकल गाड़ियों तथा टैक्टर में ड्रम से लाये गए पानी से आग पर काबू पाया गया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार किसी एक ने अपने खेत की फसल निकलने पर काटीयो के पेड़ के एक झुडुप में दोपहर 12 बजे आग लगाई थी. जिसके बगल के कुछ खेतों की फसल कटाई होने के कारण मशीन से निकला कचरा खेतो में फैला हुआ था.दोपहर का समय होने तथा शिवार में हवा तेज होने के चलते आग खेतो में फैलने लगी. तो वही कुछ किसान अपने खेतों में फसल की कटाई कर रहे थे उन्हें बड़े पैमाने पर आग की लपटें उठती दिखाई दी, जिसकी सुचना एक दूसरे को देकर खेतो में आग फ़ैल रही होने की सुचना दी.गावो की और से शेकडो किसान खेतो की और दौड़ पड़े जिनकी फसल निकली हुई थी उन्हें तो कोई फर्क नही पड़ा पर जिनकी फैसले खड़ी थी उनके होश उड़ चुके थे.किसानों ने आग पर काबू पाने का भरकस प्रायास किया गया.पर आग हवा के साथ साथ उग्र रूप धारण कर लेने से खड़ी फसलो तक पहुच गयी. व देखते ही देखते कई किसानों की खड़ी गेंहू की फसल शेकडो किसानों के आँख के सामने जलकर ख़ाक हो गयी. जिसमे किसानों का बड़ा नुकसान होने के चलते किसानो के आँख से अश्रु निकलते दिखाई दिए. आग लगने की घटना करीब 12 बजे हुई कन्हान पोलिस के पीएसाय शेंडगे अपने दल व कामठी के दमकल वाहन के साथ 2:30 बजे पहुचे, तथा रामटेक का दमकल वाहन 3:00 बजे पहुचा.तो वही 4:15 बजे रामटेक पोलिस का वाहन गतना स्थल पर पहुचा, पर कोई भी संबंधित पटवारी ,तहसीलदार या अन्य अधिकारी घटना के 5 घंटे बित जाने के बावजूद नहीं पहुच पाया.
आग से प्रभावित कुछ किसानों के नाम
साईंबाबा कोरपंचु , व्यंकटराव खुंदरी, रामकृषणा नादेला, सुब्बाराव नादेला, अंकुश वासनिक, विठ्ठल मेश्राम, उपासराव मेश्राम, विलास कोचे, प्रभाकर वासनिक, जीवतु मेश्राम, वेंकटेश कुटुरी, सुभाष वासनिक, तथा किट्टू नामक किसान के नाम सामने आये है.साथ ही अन्य किसान व कुछ ठेके पर जमीन लेने वालों के नाम खबर लिखे जाने तक प्राप्त नही हो पाए.
दमकल गाडी भेजने के लिए विभाग की आनाकानी:- खेड़ी के किसान रामा चौधरी ने आग लगने की जानकारी देने व दमकल वाहन भेजने के लिए टोल फ्री नंबर पर फोन करने पर कामठी या रामटेक संपर्क करने की सलाह दी गयी.जिसके कारण उन्होंने कामठी दमकल को आग लगने की जानकारी देकर जल्द वाहन लेकर पहुचने को कहा गया.परन्तु फोन उठाने वाले कर्मचारी ने गाडी के लिए पहले आकर रूपये भरने की बात कही गयी तथा आग की घटना का क्षेत्र हमारे एरिया में नहीं आने की बात कहकर रामटेक से दमकल वाहन बुलाने को कहा जाने की जानकारी रामा चौधरी ने दी.
पूर्व सरपंच सुधाकर उमाले व देवराव इंगले के अनुसार आग लगने के ढाई घंटे बाद दमकल वाहन पहुचे तबतक आग ने बड़े पैमाने पर फसल बर्बाद कर दी.
थ्री फेस लाईन बनी बाधा : आग की घटना होने पर कामठी तथा रामटेक से दो दमकल वाहन घटनास्थल पर पहुचे व आग बुझाने के कार्य में जुट गए.पर आग का क्षेत्र बड़ा होने से दमकल गाड़ियों का पानी ख़त्म हो गया.शिवार में 3 फेस लाइन की व्यवस्था नहीं होने से दमकल वाहनों में पानी भरने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.बिजली विभाग को सुचाना देकर परिसर की 3 फेस लाईन तत्त्काल सुरु करने के लिए कन्हान रामटेक मौदा विभाग से कहा गया.जिसके बाद वाहनों में पानी भर कर आग बुजाने का कार्य सुरु हुआ. दो दमकल वाहन व 10 टैक्टर की मदत तथा शेकडो किसानों की जद्दोजहद के बाद आखिरकार आग पर शाम 5:30 बजे पूर्णत: काबू पाया गया.