नागपुर: कुछ दिनों बाद गणेश उत्सव शुरू होने वाली है,शहर में कई जगहों पर निजी व सार्वजनिक रूप से गणेशोउत्सव का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष लगभग 190 गणेश उत्सव मंडलों ने मनपा से अनुमति मांगी थी, जिसमें से मात्र 3 मंडलों को अनुमति प्रदान की गई है। अनुमति भी उन्हें ही दी गई है जिनके पास पुलिस या यातायात विभाग की अनुमति थी। पुलिस अनुमति देने में पुलिस प्रशासन उच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन बडी कड़ाई से कर रही है। वहीं मनपा प्रशासन, मनपा नियम व उच्च न्यायालय के निर्देशों के अधीन रहकर मंडलों को अनुमति दे रही हैं।
कुछ दिन पूर्व पालकमंत्री ने पुलिस प्रशासन को गणेश उत्सव को जनभावना के आधार पर सार्वजनिक रूप से आयोजन करने हेतु अनुमति देने के लिए दबाव बनाया था,लेकिन पुलिस आयुक्त ने इसका विरोध करते हुए जानकारी दी कि पुलिस प्रशासन उच्च न्यायालय के अधीन रहकर ही अनुमति देंगी।अगर उच्च न्यायालय के आदेश से आक्षेप हो तो पुनः न्यायालय की शरण मे जाए,या फिर पालकमंत्री लिखित रूप से अनुमति देने का निर्देश दे,पुलिस आयुक्त के वक्तव्य पर पालकमंत्री ने भी सहमति जताते हुए उनकी हाँ में हाँ मिलाई। प्रशासन के सख्त रवैये से आवेदक मंडल सकते में आ गए है।