नागपुर: विधानसभा में लगभग साढ़े ३ बजे औचित्य का मुद्दा उठाने का अवसर जारी था. लगभग ४० विधायक अपने अपने कार्यक्षेत्र के मुद्दे से सरकार और संभावित विभाग का ध्यान आकर्षण कर रहे थे, कि अचानक दक्षिण नागपुर के विधायक और नागपुर शहर के भाजपाध्यक्ष सुधाकर कोहले खड़े हो गए और तालिका अध्यक्ष राजेंद्र पाटनी पर बफर गए.
उन्होंने कहा कि ३ दिन पहले अपने विधानसभा क्षेत्र का मामला औचित्य का मुद्दा के तहत उठाने हेतु निवेदन संबंधित से किया था. इस पर तैनात सम्बंधित कर्मी ने जवाब दिया कि यह मुद्दा २१ जुलाई के लिए आरक्षित किया तो नहीं चलेगा? इस तरह विधानसभा कर्मी द्वारा नए विधायक का अपमान किया गया. जबकि २० जुलाई को मानसून अधिवेशन खत्म हो रहा है.
उक्त विधायक ने इस दौरान जानकारी दी कि एक माह पूर्व उनके विधानसभा क्षेत्र में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या का मामला सामने आया था. इस घटना में परिवार की एक मात्र बची बच्ची को मामले मदद की देने के लिए यह मुद्दा उठाना चाहते थे.
लेकिन तालिका अध्यक्ष ने उन्हें जानकारी दी कि विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश के अनुसार कुल सदस्यों में से ४० सदस्यों को अवसर मिल चुका है,१० और शेष सदस्यों को कल अंतिम दिन अवसर दिया जाएग.