नई दिल्ली: बंगाल की खाड़ी में मानसून सक्रिय तो हो गया है लेकिन इसकी रफ्तार धीमी है। मानसून अपेक्षाकृत धीमी रफ्तार से केरल की तरफ बढ़ रहा है। जबकि मौसम विभाग ने समय से तीन दिन पहले मानसून के केरल पहुंचने की भविष्यवाणी कर रखी है। विभाग का कहना है कि अगले एक-दो दिनों के भीतर मानसून तेजी से आगे बढ़ेगा।
मई के तीसरे सप्ताह में मानसून बंगाल की खाड़ी में सक्रिय होता है। लेकिन इस बार यह कुछ देरी से सक्रिय हुआ। मानसून के श्रीलंका पहुंचने की सामान्य तिथि 25 मई है। लेकिन इस बार यह दो दिन की देरी के साथ 27 मई को श्रीलंका पहुंचा है। इसलिए मानसून की रफ्तार को धीमा माना जा रहा है। मौसम विभाग ने मानसून के 29 मई को केरल पहुंचने का पूर्वानुमान जारी किया है जबकि सामान्य तिथि एक जून है।
मौसम विभाग के महानिदेशक के. जे. रमेश ने कहा कि मानसून देरी से सक्रिय हुआ है लेकिन इससे जरूरी नहीं है कि वह केरल देर से पहुंचे। अगले एक-दो दिनों में मानसून की रफ्तार में तेजी की उम्मीद है। इससे यह 29 मई तक केरल पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि अगला एक सप्ताह मानसून के लिए उपयुक्त मौसम बन रहा है। एक सप्ताह के भीतर मानसून पूर्वोत्तर राज्यों तक दस्तक दे देगा।
उत्तर भारत में मानसून के पहुंचने में अभी करीब एक महीना है। लेकिन यदि केरल में मानसून समय से पूर्व पहुंचता है और उसकी रफ्तार आगे भी बनी रहती है तो फिर उत्तर भारत में भी इसके समय पूर्व दस्तक देने के आसार बन सकते हैं। लेकिन मौसम विभाग का कहना है कि जब तक केरल में मानसून सक्रिय नहीं हो जाता है तब तक उत्तर भारत की स्थिति को लेकर दावा नहीं किया जा सकता है।