नागपुर: नागपुर शहर में लावारिस श्वानों की संख्या पर नियंत्रण करने के लिए उनकी नसबंदी शुरू की गई थी. मनपा और एनजीओ में विवाद के बाद यह नसबंदी का कार्य अब मनपा ही कर रही है. भांडेवाडी स्थित शेल्टर होम में एक साल से शुरू हुई श्वानों की नसबंदी अभियान में अब तक 1 हजार से ज्यादा लावारिस श्वानों की नसबंदी की जा चुकी है.
रोजाना यहां चार से पांच श्वानों की नसबंदी हो रही है. यहां पर दो डॉक्टरों की मदद से यह कार्य किया जा रहा है. इसके साथ ही फरवरी महीने से महाराजबाग में भी नसबंदी ऑपरेशन शुरू किया गया है. यहां रोजाना 30 के करीब श्वानों की नसबंदी हो रही है.
फरवरी महीने से लेकर अब तक महाराजबाग स्थित हॉस्पिटल में अब तक 500 से ज्यादा श्वानों की नसबंदी हो चुकी है. हालांकि यह आकड़ा काफी कम है. क्योकि जिस तरह से पिछले वर्ष मनपा की ओर से कहा गया था कि कम से कम 70 हजार श्वानो की नसबंदी का लक्ष्य रखा गया था. लेकिन प्रशासन ने उम्मीद जताई है कि यह आकड़ा ओर बढ़ेगा.
इस बारे में मनपा के पशु वैघकीय अधिकारी डॉ. गजेंद्र महल्ले ने बताया कि अब तक दोनों एबीसी सेंटर पर करीब 1500 से ज्यादा श्वानों की नसबंदी हो चुकी है. भांडेवाड़ी और महाराजबाग के हॉस्पिटल में यह मुहीम चल रही है. आनेवाले दिनों में इसमें और तेजी आएगी. बीच में कुछ दिन नसबंदी अभियान बंद होने की वजह से यह आकड़ा कम हुआ है.