नागपुर: गर्मियों में रेल का सफर आम यात्रियों के लिए तकलीफ का शबब होता है. रेल में आरक्षण बड़ी कठिनाइयों से मिलता है, तो सुविधाएं इन दिनों बेहद कम होने से यात्रीगण हलाकान होते देखे गए.
झिंगाबाई टाकली स्थित आर्य मेडिकल के संचालक के अनुसार कल नागपुर रेलवे स्टेशन से बिलासपुर जानेवाली रात ११.३५ शिवनाथ एक्सप्रेस ट्रेन में कुछ लोगों को चढ़ाने के लिए वे गए थे. इस ट्रेन के कोच एस ५, ६ व ७ में १२ से अधिक पंखे बंद थे. एस ५ और एस ७ के २ पंखे गायब थे. इतना ही नहीं एस ५ का एक पंखा काफी कर्कश आवाज कर रहा था. इन सब असुविधाओं के कारण उपस्थित यात्री अस्वस्थ्य नज़र आ रहे थे. इन बोगियों के लिए तैनात टीसी ने भी समस्या से अवगत करवाने पर हाथ खड़े कर दिए.
उक्त समस्या को लेकर इन तीन बोगियों के आधा दर्जन यात्रियों ने १३८ क्रमांक पर कॉल दर्जनों दफे लगाए, लेकिन कॉल लगा ही नहीं. इन्हीं यात्रियों में से एक यात्री ने ८ मई को बिलासपुर रेलवे स्टेशन में इन असुविधाओं की शिकायत दर्ज करवाई थी लेकिन समस्या ९ मई को जस के तस पाई गई.
उक्त संचालक ने मामले की गंभीरता को देखते रेलवे स्टेशन में सुझाव-शिकायत की पुस्तिका की मांग संबंधितों से मांग की तो वे अंत तक नहीं देने के फ़िराक में दिखे। काफी जिद्दोजहद के बाद मामला मौखिक पूछ किसी से दूरभाष पर तत्काल समस्या निवारण का आदेश दिया और इस शिकायतकर्ता से कहा कि आपकी समस्या हल हो गई फिर शिकायत लिखने का क्या फायदा. ऐसा हमेशा होता है कि नागपुर रेलवे स्टेशन में उपलब्ध शिकायत पुस्तिका में लिखित शिकायत दर्ज नहीं करने दिया जाता. इस शिकायतकर्ता की जिद्द पर उक्त पुस्तिका दी, जिसमें शिकायत दर्ज जरूर की गई लेकिन ऐसा कम ही होता है कि समय पर समस्या निवारण हो जाए. जब तक समस्या सुलझाई जाती तब तक यात्री की यात्रा समाप्त हो जाता है.