नागपुर: मोतीबाग रेलवे कॉलोनी , कड़बी चौक, नागपुर स्थित गणपति सेना उत्सव मंडल हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी स्थानीय भक्तो के लिए नयनरम्य झांकी का निर्माण करा रहे है। इस वर्ष गणपति सेना उत्सव मंडल पश्चिम बंगाल के दीघा शहर में स्थित माँ करनोमोहि मंदिर (माँ काली का प्रसिद्ध मंदिर) की प्रतिकृति को साकार करने जा रहा है। ज्ञात हो कि यह मंदिर भारत मे आयी सुनामी में पूरी तरह नष्ट हो गया। उसके स्थान पर नए मंदिर का निर्माण किया गया। लेकिन यह अति प्राचीन वास्तु नष्ट हो गई।
उसी वास्तु को पुनः नागपुर वासी देख पाए इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए इसमन्दिर स्वरूप को साकार किया जा रहा है। इस नयनरम्य झांकी का निर्माण पश्चिम बंगाल के मिदनापुर से आये हुए कारीगरो ने किया है। इसे बनाने में करीब बीस दिनों का वक्त लगा। मंडल के अध्यक्ष दीपांकर पाल व सचिव अशोक पटनायक ने बताया कि इस धार्मिक आयोजन के साथ साथ हम पानी बचाओ, बेटी बचाओ तथा ग्लोबल वार्मिग का संदेश भी लोगो को चित्रो के माध्यम से दे रहे है। मंडल के अध्यक्ष दीपांकर पाल ने बताया कि यह आयोजन का 46वां वर्ष हैं। मंडल द्वारा हर वर्ष इसी तरह अलग अलग प्रसिद्ध मंदिरों की झांकी बनाकर नागपुर वासियो को उसके दर्शन कराए जाते है साथ ही सामाजिक संदेश भी दिया जाता है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष गणेश उत्सव की शुरुवात दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की मंडल रेल प्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय के करकमलों द्वारा सोमवार 2 सितंबर को शाम 7 बजे होगी। इस अवसर पर प्रमुख अतिथि के रूप में गुरुनानक इंस्टिट्यूट के CMD नवनीत सिंग तुली उपस्थित रहेंगे।
गणेश उत्सव के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमो का आयोजन किया गया है। जिसमे बच्चो हेतु अनेक स्पर्धाए होगी। गणपति सेना उत्सव मंडल ने इससे पहले माझी मेट्रो, संसद भवन, वेलूर मठ, लोटस टेम्पल, जंतर मंतर, शांति स्तूप लद्दाख जैसे अनेक झांकियो का निर्माण किया। जिस हेतु मंडल को अनेक पुरस्कार भी मिले है। कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु मंडल के अध्यक्ष दीपांकर पाल, सचिव अशोक पटनायक, गुण्डु राव, अब्दुल लतीफ, गुरुचरण सिंग, वेंकट इनामुल, मर्फी हरड़े, राजेश रामटेके, साई चिन्तला, सागर चिन्तला, नेहाल यादव, प्रतीक हरड़े, शोभित हरड़े, राकेश पंचबुधे, रितेश इनामुल सहित मंडल के अनेक कार्यकर्ता प्रयासरत है। मंडल के कार्यक्रमों की जानकारी मंडल के जनसंपर्क कार्यकर्ता डॉ प्रवीण डबली व उमेश दुबे ने दी।