नागपुर: सोमवार को जारी हुए नतीजो में बीजेपी ने एकतरफा जीत की है। नगरनिकाय चुनावो के परिणामो ने विदर्भ में बीजेपी की जीत से पार्टी की पैठ साबित हुई है। गडचिरोली नगरपरिषद में जहाँ पहली बार पार्टी ने सबसे बड़ी कामियाबी हासिल की है वही उसका अध्यक्ष भी चुना गया है। वही दूसरी ओर भंडारा नगरपालिका में राष्ट्रवादी पार्टी के कद्दावर नेता प्रफुल्ल पटेल को बड़ा झटका देते हुए बीजेपी उम्मीदवार ने बीते 15 वर्षो से नगराध्यक्ष पद पर काबिज राका उम्मीदवार को पटखनी दी है।
गडचिरोली जिले की गडचिरोली और देसाईगंज दोनों जगहों पर बीजेपी की सत्ता आई है। 12 प्रभागों वाली गडचिरोली नगरपरिषद में बीजेपी को 20,निर्दलीय को 3,काँग्रेस को एक जबकि महादेव जानकर की पार्टी राष्ट्रीय समाज पक्ष को एक सीट हासिल हुई है। खास बात है चुनाव में राष्ट्रवादी पार्टी और सेना का खाता तक नहीं खुला है। नगराध्यक्ष पद पर बीजेपी की योगिता पिपरे को ढाई हजार से ज्यादा मत हासिल हुए। जिले की दूसरी नगरपरिषद देसाईगंज में भी बीजेपी का दबदबा दिखाई दिया। यहाँ बीजेपी को कुल 12 सीटो में से 12 में जबकि काँग्रेस के 4 और राष्ट्रवादी पार्टी के 1 नगरसेवक विजयी हुए ,नगराध्यक्ष पद के लिए बीजेपी की उम्मीदवार शालू दंडवते 1000 से अधिक मत हासिल कर विजयी हुई।
राष्ट्रवादी पार्टी के कद्दावर नेता प्रफुल्ल पटेल को एमएलसी चुनाव के बाद फिर एक बार जोरदार झटका लगा है। जिले की नगरपरिषदों के घोषित हुए परिणाम में पार्टी की हार हुयी है। तुमसर के पटेल के कट्टर समर्थक वर्त्तमान नगराध्यक्ष कोअभिषेख कारेमोरे को बीजेपी के प्रदीप पडोले ने 500 से ज्यादा मतों से हराया। भंडारा नगरपालिका में बीते 15 वर्षो से राष्ट्रवादी पार्टी की सत्ता थी लेकिन बीजेपी लहर में राका का ये किला भी ध्वस्त हो गया। यहाँ से बीजेपी के सुनील मेंढे नगराध्यक्ष चुने गए। जिले की ही एक और पवनी नगरपरिषद में बीजेपी प्रणीत नगर विकास अघाड़ी के पूनम काटेखाटे विजयी हुए है। साकोली में बीजेपी की ही धनवंतरा राउत नगराध्यक्ष बनी है।