Published On : Mon, Jul 2nd, 2018

जाने कैसा होगा नागपुर का एम्स – नई दिल्ली एम्स की तर्ज पर नागपुर में खड़ा होगा एम्स का इंफ्रास्ट्रकचर

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नागपुर: नागपुर जल्द ही देश के उन शहरों में शामिल है जहाँ एम्स यानि ( अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ) स्थापित होने जा रहा है। संसद द्वारा पारित विशेष विधेयक 1956 के तहत एम्स स्थापित किया जाता है। एक राज्य में एक एम्स को स्थापित किये जाने का प्रावधान है। राज्य में मुंबई,पुणे के साथ अन्य महत्वपूर्ण शहरों को दरकिनार कर एम्स नागपुर में बनने जा रहा। मध्य भारत में मेडिकल सिटी के रूप में विकसित हो रहे नागपुर में एम्स का स्थापित होना स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में मदतगार साबित होगा। जानकर मानते है की एम्स के बनने के बाद स्वास्थ्य सेवा के नाम पर शहर में खड़े हो रहे बाजारीकरण के माहौल को कम करने में मदत होगी। नई दिल्ली स्थित एम्स बेहतर स्वास्थ्य सेवा का देश में मॉडल है इसी की तर्ज पर नागपुर एम्स को विकसित किये जाने की तैयारी है।

वर्ष 2015 में वित्तमंत्री अरुण जेटली ने अपने बजट के भाषण में नागपुर में एम्स बनाए जाने का ऐलान किया था। लेकिन इस बजटीय प्रस्ताव का प्रभावी अमल 2017 से शुरू हुआ। वर्त्तमान में मिहान में एम्स की ईमारत निर्माण का कार्य शुरू है। नागपुर एम्स के मार्च 2020 में बनकर तैयार हो जाने की डेडलाईन तय की गई है। यानि शहरवासियों को एम्स की सौगात अगली सरकार के कार्यकाल में मिलेगी। यह काम पहले भी हो सकता था लेकिन उपयुक्त ज़मीन के चयन में देरी हुई। ज़मीन राज्य सरकार को उपलब्ध करा कर देनी थी। सरकार ने वाठोडा,अजनी और मिहान में जग़ह उपलब्ध कराने की हामी दी। जिसके बाद जगह के चयन के लिए दिल्ली एम्स के पूर्व निदेशक एम सी मिश्रा की कमेटी ने नागपुर का दौरा किया। इस कमिटी ने राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली जगहों का निरिक्षण किया। अप्रैल 2017 में समिति ने मिहान में दी जाने वाली जगह को फ़ाइनल किया और वर्ष 2018 से एम्स की ईमारत का निर्माण कार्य शुरू हुआ।

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ईमारत के निर्माण का जिम्मा स्वास्थ्य मंत्रालय की पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग कंपनी हॉस्पिटल सर्विस कंसल्टेंसी कॉर्पोरेशन ( एचएससीसी ) को मिला है। नागपुर एम्स का काम तय समय पर शुरू न होने की वजह से बजट में नागपुर के लिए आवंटित फंड को रायपुर एम्स को उपलब्ध कराया जा रहा है। नागपुर के साथ ही रायपुर में भी एम्स के निर्माण का प्रस्ताव बजट में किया गया था।

जाने कैसा होगा नागपुर में बनने जा रहा एम्स
– नागपुर एम्स का निर्माण आद्योगिक क्षेत्र मिहान में हो रहा है। इसके लिए राज्य सरकार ने लगभग 250 एकड़ जगह उपलब्ध कराई है।
– नागपुर एम्स का बजट 1577 करोड़ रूपए का है।
-शुरुवात में नागपुर एम्स की क्षमता 300 बेड की होगी जिसे बाद में 600 और 900 बेड का किया जायेगा।
-देश की राजधानी में एम्स देश में बेहतर स्वास्थ्य सेवा का मॉडल हॉस्पिटल माना जाता है। नागपुर एम्स भी नई दिल्ली एम्स की तरह विकसित किया जायेगा।
-राजधानी की ही तरह नागपुर में अत्याधुनिक सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल,ट्रॉमा केयर बनाया जायेगा।
-मैन पावर ट्रेनिंग प्रोग्राम की व्यवस्था नागपुर एम्स में होगी।
-साथ ही शहर के अन्य हॉस्पिटल के लिए एम्स नागपुर परामर्श की भूमिका अदा करेगा।

मिहान में एम्स की ईमारत मार्च 2020 तक बनकर तैयार होगी। लेकिन अभ्याससत्र इसी वर्ष अगस्त 2018 से शुरू हो जायेगा। पहले बैच के छात्रों की काउंसिलिंग दिल्ली एम्स द्वारा शुरू की जा चुकी है। फ़िलहाल अस्थाई एम्स का कामकाज नागपुर के मेडिकल अस्पताल में शुरू हो चुका है। राज्य सरकार के सहयोग से यह व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है मेडिकल में 2018 से 2020 तक पीजी कोर्स के दो बैच का अभ्याससत्र होगा। नागपुर एम्स के सहयोगी व्यवस्थापकीय संचालक कर्नल अरुण कुमार बक्शी ने बताया की नागपुर में बनाने जा रहा एम्स मेडिकल फिल्ड में माइलस्टोन स्थापित करेगा।

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