नागपुर : नागपुर क्षेत्र के मुख्य वन सरंक्षक ने अपने विभाग के चार कर्मचारियों को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया और उनके खिलाफ मामले की जाँच के आदेश दिए। उल्लेखनीय है कि नागपुर वन क्षेत्र से बड़े पैमाने पर सागौन लकड़ी की तस्करी किए जाने की खबर मिलने के बाद मुख्य वन संरक्षक ने गुपचुप तरीके से छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया था और उस समय वन अधिकारियों और वन रक्षकों की शह पर सागौन की अवैध कटाई किए जाने की सचाई उजागर हुई थी।
सभी तथ्यों की जाँच के बाद प्राथमिक तौर पर रेंज फॉरेस्ट अफसर पीएन हुमने, राउंड अफसर आरवाय साबळे, वन निरीक्षक वीजी गौरव और वन रक्षक एसएस मरस्कोल्हे को सागौन पेड़ों की अवैध कटाई एवं तस्करी में लिप्त पाया गया। मुख्य वन संरक्षक के आदेश के बाद नागपुर के सहायक वन संरक्षक जी. मलिकार्जुन ने चारों वन कर्मियों को निलंबित किया।
उल्लेखनीय है कि वन संरक्षक कार्यालय को सागौन पेड़ों को अवैध तरीके से गिराए जाने की शिकायत मिली थी, जिसके बाद जाँच की गयी तो मालूम हुआ कि 280 से ज्यादा सागौन के पेड़ अवैध तरीके से काटे गए।