नागपुर में पिता ने बैग और किताब नहीं खरदी तो एक 7वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र ने आत्महत्या कर ली। छात्र के पिता ने कहा कि उसने किताब और बैग के लिए मुझसे कहा तो मैंने उससे कहा कि अभी पैसा नहीं है मैं दो दिन बाद खरीदूंगा।
इस मामले पर छात्र के पिता ने कहा कि उसने मुझसे किताब और बैग के लिए कहा था. मैंने उससे कहा कि दो दिन रुक जाओ फिर दिला दूंगा, अभी मेरे पास पैसे नहीं है. इसके बाद वो खेत चला गया और तब मुझे कुछ देर बाद इस हादसे की जानकारी मिली.
He asked me for books & bag. Told him I’ll buy that after 2 days,don’t have money now,went to farm & later I came to know of incident:Father pic.twitter.com/gnx9y0hZY7
— ANI (@ANI_news) July 10, 2017
वहीं, इस मामले पर स्कूल के शिक्षक ने कहा कि हम कभी छात्रों को स्कूल बैग लाने के लिए मजबूर नहीं करते हैं, बल्कि हम खुद पैसे देते हैं गरीब छात्रों को कि वो अपना बैग खरीद सकें. वो पढ़ने में अच्छा था. ये हामरे लिए एक नुक्सान है और ये स्कूल के लिए भी एक नुकसान है.
We never forced kids to bring bags. In fact we contribute money to buy bags for poor kids. He was a bright child,loss for us& school:Teacher pic.twitter.com/JbsK4FepZb
— ANI (@ANI_news) July 10, 2017