Published On : Fri, Nov 17th, 2017

एक साल से नहीं मिला रेसिडेंट डॉक्टरों को डेली अलाउंस

GMCH, Nagpur
नागपुर: नागपुर के मेडिकल हॉस्पिटल के रसिडेंट डॉक्टरों को पिछले जुलाई 2016 से यानी करीब 1 साल से डेली अलाउंस ( दैनिक भत्ता ) नहीं दिया गया है. जबकि यह जुलाई से लेकर जुलाई तक का अलाउंस इनके बैंक खाते में जुलाई 2017 में ही आ जाना चाहिए था. लेकिन पिछले वर्ष से यह डेली अलाउंस इन्हें नहीं दिया गया है. मेडीकल हॉस्पिटल के करीब 350 डॉक्टरों को डेली अलाउंस नहीं मिलने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जबकि मेडिकल प्रशासन की ओर से पिछले महीने की गई डॉक्टरों की ओर से 5 दिनों के कामबंद आंदोलन के तहत इन डॉक्टरों का करीब 8 हजार रुपए वेतन काट दिया गया.

डेली अलाउंस का इन डॉक्टरों को 245 प्रतिशत डेली अलाउंस पहले मिलता था. इस वर्ष से इसमें 256 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की गई है. नियमों के हिसाब से हर महीने इन डॉक्टरों का डेली अलाउंस इनके खातों में आना चाहिए. लेकिन मेडिकल प्रशासन इनके खातों में यह रकम हर साल जुलाई अगस्त में ही डालता है. लेकिन अब वर्ष 2017 समाप्त होने को है. लेकिन फिर भी इनके खातों में यह अलाउंस जमा नहीं किया गया है. एक रेसिडेंट डॉक्टर को हर महीने अमूमन करीब 1 हजार रुपए से लेकर 1500 रुपए तक दिया जाता है. तो एक वर्ष में 15 हजार रुपए के लगभग हर एक डॉक्टर को दिए जाते हैं. डेली अलाउंस नहीं मिलने के कारण मेडिकल के रेसिडेंट डॉक्टरों में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है.

मार्ड (महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ़ रेसिडेंट्स डॉक्टर) के सेक्रेटरी डॉ. लाजपत अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि जुलाई से लेकर जुलाई तक एक सत्र समाप्त होता है. एक साल से ज्यादा समय हो चुका है. लेकिन डेली अलाउंस के पैसे किसी भी रेसिडेंट डॉक्टर को नहीं मिले हैं. साथ ही इसके कामबंद आंदोलन में शामिल होनेवाले डॉक्टरों के वेतन से करीब 8 हजार रुपए तुरंत काट लिए गए. डॉ.अग्रवाल ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि इसको लेकर हॉस्पिटल के डीन डॉ. निसवाड़े से बात की गई तो उन्होंने जवाब दिया कि अभी पैसे नहीं आए हैं.

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इस बारे में जानकारी लेने के लिए मेडिकल हॉस्पिटल के डीन. डॉ. अभिमन्यु निसवाड़े को कई बार फ़ोन लगाया गया लेकिन उन्होंने फ़ोन नहीं उठाया. जानकारी के लिए उन्हें मोबाइल से एसएमएस भी भेजा गया. बावजूद इसके उन्होंने कोई प्रतिसाद नहीं दिया.

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