नागपुर : राज्य की दूसरी राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ती दिख रही है, क्योंकि शहर में 2023 में पिछले दसक में सबसे अधिक बलात्कार की घटनाएं रिपोर्ट की गईं। नागपुर टुडे द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, 23 दिसंबर तक 252 महिलाएं इस घटना का शिकार हुईं।
यह 2022 में 250 घटनाओं के पिछले रिकॉर्ड को पार कर गया है। लॉकडाउन के बाद से शहर में बलात्कार की घटनाएं चिंताजनक रूप से बढ़ रही हैं। 2020 में, 172 इस प्रकार की घटनाएं दर्ज की गईं, जो 2021 में 234 में बढ़ी और 2022 में 250 को छूने में सफल हुईं। हालांकि, केवल एक साल के भीतर, यह संख्या पार की गई है, जिससे नागपुर शहर में महिलाओं की सुरक्षा जांच के दायरे में आ गई है।
बलात्कार की घटनाओं का विवरण इस प्रकार है: 2013 में 90, 2014 में 116, 2015 में 178, 2016 में 173, 2017 में 166, 2018 में 158, 2019 में 183, 2020 में 172, 2021 में 234 और 2022 में 250, 23 दिसंबर 2023 तक 252।
पुलिस इसे पुलिसिंग में पारदर्शिता बढ़ाने और नागपुर पुलिस द्वारा तत्काल संज्ञान लेने में श्रेय देती है।
गौरतलब है कि नागपुर शहर में रेप के अलावा छेड़छाड़ की घटनाएं भी आम हैं। नवंबर 2023 तक, कुल 474 महिलाएं छेड़छाड़ का सामना कर चुकी हैं, जिससे यह प्रतिस्थित है कि 2023 में हर दो दिन में औसतन तीन महिलाओं के साथ छेड़छाड़ हो रही है।
नागपुर ने 2022 (65) की तुलना में 2023 (69) के पहले दस महीनों में हत्या के मामलों में चिंताजनक वृद्धि देखी है। पुलिस के अनुसार, इसमें से 2023 में 34 हत्याएं प्रेम, अवैध संबंधों और छोटी-मोटी बहस के कारण हुईं।
– शुभम नागदेवे