नागपुर: नागपुर में जमीन हथियाने के बढ़ते मामलों पर अंकुश लगाने के लिए गत 24 अप्रैल को नागपुर पुलिस कमिश्नर डॉ. के. वेंकटेशम द्वारा बनाए गए विशेष जांच दल (एसआईटी) के पास अब तक 2500 शिकायतें की जा चुकी हैं। हाल ही में दिलीप ग्वालबंशी द्वारा सैकड़ों एकड़ भूमि पर कब्जा करने के मामले से प्रकाश में आई एसआईटी को मिली शिकायतों में सर्वाधिक मामले दिलीप ग्वालबंशी के खिलाफ ही हैं।
डॉ. के वेंकटेशम ने 26 अप्रैल 2017 को एसआईटी का गठन करके तत्कालीन डीसीपी झोन 2 राकेश कालासागर को इसका प्रमुख बनाया था लेकिन बढती शिकायतों के चलते और डीसीपी कालासागर का तबादला होते ही एसआईटी की जिम्मेदारी क्र ाइम ब्रांच के मुखिया डीसीपी संभाजी कदम और एसीपी सोमनाथ वाघचौरे को दी गई। इस टीम को कुछ कर्मचारी और अधिकारी भी दिए गए है।
इन 2500 शिकायतों में 701 आवेदन एसआईटी के पास आए हैं। इनमें से 290 आवेदन ग्वालवंशी परिवार के विरोध में हैं। 340 आवेदन अन्य आरोपियों के विरोध वाले हैं। सोसाइिटयों के खिलाफ 480 शिकायतें हैं। व्यक्तिगत 210 शिकायतें एसआईटी के पास आई हैं। इस तरह एसआईटी के पास करीब 2500 शिकायतें आ चुकी हैं।
नागपुर टुडे को जानकारी देते हुए एसआईटी प्रमुख संभाजी कदम ने बताया कि दिलीप ग्वालवंशी की संपति भी जब्त की जाएगी। गंगाप्रसाद ग्वालवंशी, नितीश ग्वालवंशी के खिलाफ भी शिकायतें हैं। इस पर छानबीन चल रही है। फरार आरोपियों में प्रेम ग्वालवंशी, जगदीश ग्वालवंशी, हरीश ग्वालवंशी और शैलेश ग्वालवंशी शामिल है। इनकी भी खोजबीन की जा रही है।
अकेले दिलीप पर 13 मामले
कदम ने बताया कि अकेले दिलीप ग्वालवंशी पर 13 मामले दर्ज हैं। अभी तक 425 लोगों ने अपनी जमीन पर वापस कब्जा पा चुके हैं। दिलीप और उसके परिवार ने हजारों नागरिकों की जमीन पर कब्जा जमा रखा है। इसमें के जीएन सोसाइटी के 60, वैभवानंद में 10, तवक्कल सोसाइटी में 100, नर्मदा हाउिसंग सोसाइटी में 70 प्लाटों पर नागरिकों ने अपना कब्जा वापस पा चुके हैं, जिसे ग्वालवंशी गिरोह ने हथिया रखा था। उन्होंने बताया कि अब नागरिकों में भूमाफियाओं के खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत बढ़ने लगी है। एसआईटी पर लोगों को विश्वास हो गया है। मामले की गंभीरता देखते हुवे मकोका जैसी भी करवाई की जायेगी। एसआईटी तरफ से हाल ही में भूमाफिया दिलीप ग्वालवंशी के कुछ गिरोह पर मकोका की कारवाई की गई है।