– राज्य के आबकारी विभाग के दर्ज की गई बिक्री रिपोर्ट से हुआ खुलासा
नागपुर – कोरोना काल में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.उस समय के सख्त नियमों का शराब की बिक्री पर बड़ा प्रभाव पड़ा, इस वजह से राजस्व में गिरावट आई.लेकिन कोरोना पाबंदियों में ढील के बाद पिछले एक साल में शराब की बिक्री में कमी आई है. थाने विभाग बीयर में जबकि नागपुर में देशी शराब को तरजीह दी गई,उक्त जानकारी राज्य के आबकारी विभाग के आंकड़ों से पता चला है.
ज्ञात हो कि पिछले पांच साल के शराब बिक्री के आंकड़ों को देखें तो साल 2018-19 में सबसे ज्यादा शराब की बिक्री देखने को मिली. इनमें देशी शराब 3,504.20 लाख थोक लीटर, देश में निर्मित विदेशी शराब 2977.16 लाख थोक लीटर, बीयर 2988.36 लाख थोक लीटर; जबकि शराब 73.95 लाख थोक लीटर में बिकी।
उसके बाद वित्तीय वर्ष 2019-20 से 2020-21 के दौरान कोरोना महामारी के चलते शराब की बिक्री पर रोक लगा दी गयी. राज्य सरकार ने नागरिकों की भीड़भाड़ से बचने के लिए सख्त प्रतिबंध लगाए थे,इस वजह से ऑनलाइन शराब की खरीदी सह घर पहुँच सेवा भी उपलब्ध करवाई गई.
नागरिकों की मांग को देखते हुए और कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए इस दौरान शराब की बिक्री बंद कर दी गई.
नतीजतन, कोरोना के दो वर्षों में शराब की बिक्री में गिरावट आई थी; लेकिन पाबंदियों में ढील मिलते ही शौकीनों ने शराब खरीदने में जोश दिखाया है.
वित्तीय वर्ष 2021-22 में प्रदेश भर में घरेलू 3483.8 लाख थोक लीटर, भारतीय निर्मित विदेशी शराब 2358.60 लाख थोक लीटर, बीयर 2312.81 लाख थोक लीटर, शराब 86.15 लाख थोक लीटर की बिक्री हुई है। इससे राज्य के आबकारी विभाग ने कहा कि राजस्व में भी इजाफा हुआ है.
पिछले वर्ष के दौरान शराब की बिक्री (लाख थोक लीटर में)
[wptb id=140737488779434]