गोंदिया। पान टपरी पर की गई चर्चा के आधार पर गोंदिया पुलिस ने फिल्म स्टाइल तरीके से हत्या की गुत्थी को सुलझाकर , जंगल इलाके से सटे शमशान भूमि में 5 फीट गहरे गड्ढे में दफन लाश जमीन खोदकर बरामद कर ली है।
इस तरह उधारी के पैसे न चुकाने पर नौकर की पीट पीट कर हत्या के मामले का पुलिस ने 4 अक्टूबर शुक्रवार को खुलासा कर दिया।
पुलिस अधीक्षक गोरख भामरे ने आयोजित पत्र परिषद के दौरान जानकारी देते बताया- पेशे से ड्राइवर शांतनु अरविंद पशीने (36,निवासी मोहगांव पोस्ट- गंगेरूवा जिला सिवनी मध्य प्रदेश ) पर 80 हज़ार रुपए की ऊधारी का कर्ज था जिसे मालिक वापस मांग रहा था ।
रोज-रोज़ के तकादे के कारण नौकर ने काम पर आना ही छोड़ दिया इससे बौखलाए आरोपी विक्रम उर्फ विक्की पवनसिंह बैस (36 निवासी-गौतम नगर गोंदिया) उसकी पत्नी किरण बैस ( 34 ) बेटा- चीता विक्रम बैस ( 19 ) सहित उसके तीन-चार साथी शांतनु को गौतम नगर शमशान भूमि जंगल परिसर में ले गए जहां उधारी लिए पैसे नहीं लौटने पर और काम पर नहीं आने की बात को लेकर लाठी डंडों से पीट-पीट कर ड्राइवर शांतनु की हत्या कर दी।
सबूत नष्ट करने के किए पुख्ता इंतजाम , लेकिन राज हुवा बेपर्दा
एक साजिश के तहत नौकर शांतनु की हत्या करने के बाद आरोपियों ने सबूत नष्ट करने के इरादे से मृतक के शव को वहीं जंगल से सटे शमशान भूमि परिसर में लगभग 5 फीट गहरा गढढा खोदकर जमीन में गाड़ दिया ।पुलिस अधीक्षक ने बताया- हत्याकांड की चर्चा 30 सितंबर को गौतम नगर इलाके में स्थित पानी की टपरी पर बैठे कुछ लोगों में हो रही थी , यह चर्चा पुलिस के एक खबरी के कानों तक पहुंची जिसके बाद पुलिस उप निरीक्षक घनश्याम थेर के माध्यम से शहर थाना प्रभारी किशोर पर्वते तक जानकारी पहुंचाई गई। इस हत्याकांड में मृतक कौन है ? उसे कहां दफनाया गया ? आरोपी कौन है ? इसकी कुछ भी जानकारी पुलिस के पास नहीं थी बस पान टपरी पर हुई चर्चा ही आधार था ।
पुलिस ने इस दिशा में आगे बढ़ते हुए गौतम नगर इलाके में गुप्त रूप से कोबिंग शुरू की लेकिन किसी के भी लापता अथवा गुमशुदा होने की जानकारी नहीं मिली और ना ही किसी के साथ कोई मारपीट होने जैसी कोई घटना ही हुई थी।
लाश की तस्वीरों से हुई मृतक की शिनाख्त
मामले की तह तक जाने के लिए पुलिस टीम ने जिस पान टपरी के पास चर्चा हो रही थी , उस क्षेत्र का निरीक्षण किया तथा 2 अक्टूबर को पुख्ता जानकारी के आधार पर गौतम नगर के दक्षिण भाग में स्थित श्मशान घाट के घने जंगल को साफ कराया गया और आखिरकार उस स्थान की तलाश पूर्ण हुई जहां शव को दफनाया गया था।
पुलिस टीम ने गड्ढा खोदते हुए जमीन के भीतर से मृतक का शव खोज निकाला ।
शव की पहचान हेतु जब तस्वीरें इलाके के लोगों को दिखाई गई तो उसकी शिनाख्त विक्रम बैस के ड्राइवर शांतनु पशीने के रूप में हुई , लेकिन इस बीच जब पुलिस विक्रम बैस के घर पर पहुंची तो मकान पर ताला था और पूरा परिवार और अन्य तीन-चार साथी भी फरार पाए गए।
जिसके बाद पुलिस का संदेह गहराया और विक्रम बैस के एक मित्र विकास गजभिये को डिटेल किया गया
जिससे कड़ी पूछताछ में हत्या का खुलासा हुआ।
अब इस मामले को लेकर थाना प्रभारी किशोर पर्वते की रिपोर्ट पर पुलिस ने अपराध क्रमांक 624/ 24 के धारा 103 (1 ) 238 , 3 ( 5 ) भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज कर फरार 6 आरोपियों की तलाश तेज कर दी है।
उक्त प्रकरण को सुलझाने में जिला पुलिस अधीक्षक गोरख भामरे, अपर पुलिस अधीक्षक नित्यानंद झा के निर्देश तथा उपविभागीय पुलिस अधिकारी साहिल झरकर के मार्गदर्शन में शहर थाना प्रभारी किशोर पवर्ते, सपोनि मंगेश वानखड़े, अक्षय चन्नावार, घनश्याम थेर, पो.ह. भाटिया, शेख, भेंडारकर, टेंभरे, बिसेन, चौहान, लोंदासे, सोनवाने, इंदुरकर, रावते, बारेवार, बिसेन, लांजेवार ने विशेष सहकार्य किया।
रवि आर्य