नारायण शास्त्री महाराज ने सुनाई श्री कृष्ण जन्म की कथा
नागपुर: श्री हनुमान मंदिर पंच कमेटी की ओर से एनआईटी ग्राउंड, हिवरी लेआउट में श्रीमद् भागवत कथा जारी है। कथा का सुंदर वर्णन आचार्य नारायण शास्त्री महाराज भक्तों को करा रहे हैं। कथा में श्री कृष्ण जन्म, नंदोत्सव, दही हांडी का प्रसंग वर्णन किया गया। नंदोत्सव के अवसर पर उपस्थित भक्त खुशी से झूम उठे।
महाराज जी ने बताया कि जब- जब धरा पर पाप व अत्याचार बढ़ जाता है तब- तब भगवान रूप धारण कर यह जन्म लेते हैं। श्री कृष्ण ने कंस के बढ़ते अत्याचार को समाप्त करने के लिए जन्म लिया। उन्होंने कंस का वध तो किया ही साथ ही अनेक असुरों को भी मोक्ष प्रदान किया।
उन्होंने आगे कहा कि भागवत कथा से मन का शुद्धिकरण होता है। इससे संशय दूर होता है और शान्ति व मुक्ति मिलती है। इसलिए सद्गुरु की पहचान कर उनका अनुकरण एवं निरंतर हरि स्मरण,भागवत कथा श्रवण करने की जरूरत है। श्रीमद भागवत कथा श्रवण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है।
कृष्ण जन्म पर माखन-मिश्री की बौछार की गई। महिलाओं ने बधाई गीत गाकर अपना हर्ष प्रस्तुत किया।
प्रथम आरती का लाभ मुख्य यजमान आज के मुख्य यजमान रमेश शर्मा, विजयसिंह शेखावत, राजेंद्र सिंह चौहान ने लिया। मुख्य अतिथि हजारीलाल अग्रवाल, रामप्रसाद अग्रवाल, वीरेंद्र अग्रवाल, प्रेम दुबे, राम प्रताप शुक्ला, राजेश सिंग, वीरेश सिंग, एच. एन .तितरे, संजय पारिख, रामप्रसाद सिंह थे।
शुक्रवार को गोवर्धन पूजा व छप्पन भोग का प्रसंग वर्णन किया जाएगा। कथा का समय दोपहर 2:30 से शाम 6:00 बजे तक रखा गया है। कथा को सफल बनाने के लिए डी . बी . सिंह, रमेश जांगिड़ , रामलाल बाना राजेद्रप्रसाद शर्मा, आर डी शर्मा, देवकुमार शर्मा, जय प्रकाश मिश्रा, अशोक पंडित, हरिश चांदेकर, हरिभाऊ ठवरे, नामदेव कापसे, नामदेव राव बिजवे, सुरेन्द्र चौधरी, हेमराज अटारकर, रमेश शर्मा, दिनेश गोयल, राजेंद्रसिंह चव्हाण, दिनेश जांगड़ा, विजयसिंह शेखावत, गोपाल शर्मा, शांति देवी सिंह, सुशीला चौधरी, सीता शर्मा, सुमन जांगिड़, इंदु शर्मा, शांतिदेवी शर्मा, शरबती बाना, कमला शर्मा, मोनिका शर्मा प्रयासरत हैं।