नागपुर: सौंदर्य व स्वास्थ्य विशेषज्ञ अनु भसीन के अनुसार सौंदर्य सुंदरता से आकर्षित होना स्वाभाविक है ,जो पसंद आये या आकर्षित करें वही सुन्दर माना जाता हैं।सुंदरता के बारे में बहुत कुछ लिखा गया है,मगर मेरे ख्याल से जब आप खुद को स्वीकार करते है तो आपका आत्मविश्वास सामने वाले को आकर्षित करता है,जिसे ही असली सुंदरता यही होती है.
हर व्यक्ति के सुंदरता के मायने अलग-अलग है।वैसे तो सुंदरता दो तरह की होती है। आतंरिक और बाहरी सुंदरता।अमूमन सुंदरता देखने वाले की आँखों में होती है,इस मसले में नजरिया प्रत्येक का अलग-अलग होने से उसकी महत्ता बढ़ती ही जा रही।सभी की दिली तमन्ना होती हैं कि वह दिनों-दिन और सुन्दर दिखे,जिसकी तहे-दिल से तारीफ हो,लेकिन दूसरी ओर कहावत यह भी आज के चलन में हैं कि तन के सुंदर से कई गुणा मन का सुंदरता को अहमियत हैं,इस कहावत में दो राय नहीं हैं।
मेरी सखियों सुंदरता की पहली सीड़ी तन होती हैं,इसलिए तन के साथ मन को सुन्दर बनाने पर ध्यान केंद्रित करना आज की जरुरत हैं।
इस सन्दर्भ में कुछ टिप्स आपके लिए
– योग ज्यादातर लोग चेहरे को ही सुन्दर बनाने में लगे रहते है है और वे शिवाय चेहरे सह तन के विभिन्न अंगों पर ऊपरी लीपापोती के अलावा कुछ नहीं करते हैं.सिर्फ चेहरे के साथ ही साथ सम्पूर्ण शरीर से प्यार करते हुए उसकी उचित देखभाल पर समय दें.इसके लिए सुबह-शाम को कम से कम ३ से ५ किलोमीटर घूमें।इसके बाद नियमित योग करें। जिन्हें जिम का शौक और उसके लिए सक्षमता हो,वे नियमित जिम में प्रशिक्षक के मार्गदर्शन में वर्जिश करें। इसके साथ ही जिन्हें मैडिटेशन की समझ या ज्ञान हो वे ध्यान केंद्रित कर सकते हैं.
– इससे शरीर की आतंरिक शक्ति/क्षमता में काफी इजाफा होता हैं.रक्त की संचार की व्यवधान के लिए मालिश काफी जरुरी हैं.मालिश से दूसरा फायदा यह भी होता हैं कि मांस-पेशियां हिष्ट-पुष्ट हो जाती हैं और शरीर सोने सरीके चमकने लगता हैं.
– समतोल आहारके लिए रोजाना ५-६ लीटर पानी का सेवन करें।दिन में अपनी सक्षमता के अनुसार ताजा फल या फलों का रस,घरों में निर्माण की जाने वाली जलजीरा,पुदीना मिश्रित रस,सलाद अपने भोजन के साथ अवश्य ग्रहण करें।भसीन ने सखियों से आव्हान किया हैं कि वर्ष में अपनी सक्षमता के अनुसार सौंदर्य व स्वास्थ्य विशेषज्ञों से राय लेने से स्वास्थ्य और सुंदरता का मार्गदर्शन भी जरुरी हैं.