नई दिल्लीः महाराष्ट्र में बीजेपी के हाथों पालघर उपचुनाव में मिली हार के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी को अब सहयोगियों की जरूरत नहीं रह गई है. उन्होंने कहा कि बीजेपी महाराष्ट्र की जनता का अपमान किया है. ठाकरे का कहना है कि बीजेपी की जीत का प्रतिशत लगातार गिर रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले 4 सालों में बीजेपी ने लोकसभा में बहुमत गंवा दिया है. महाराष्ट्र और केंद्र की बीजेपी सरकार में शामिल शिवसेना द्वारा अपनी ही सहयोगी पार्टी के खिलाफ खोले गए मोर्चे पर महाराष्ट्र की पार्टी एनसीपी ने सधी हुई प्रतिक्रिया दी है. एनसीपी ने कहा है कि शिवसेना की बात पर जनता तब तक विश्वास नहीं करेगी जब तक वह बीजेपी के साथ सरकार में हिस्सेदार बनी रहेगी.
एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बयान पर कहा, ‘उद्धव ठाकरे सही कह रहे है, लेकिन कोई भी उन पर जब तक विश्वास नहीं करेगा जब तक वह बीजेपी को सपोर्ट करते रहेंगे. उन्हें (ठाकरे) बीजेपी से गठबंधन तोड़ देना चाहिए, तभी लोग उनपर विश्वास करेंगे.’
बता दें कि महाराष्ट्र के पालघर लोकसभा सीट में हार के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मांग की है कि पालघर संसदीय लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव का परिणाम घोषित न किया जाए. शिवसेना प्रमुख ने कहा कि मतगणना में कुछ विसंगतियां सामने आई हैं. इसलिए हम अपील करते हैं कि जब तक इन विसंगतियों को हल नहीं कर लिया जाए तब तक रिजल्ट घोषित नहीं किया जाए. पीटीआई के मुताबिक बीजेपी के राजेंद्र गावित ने शिवसेना के श्रीनिवास वनगा को 29,574 वोटों से हराकर पालघर लोकसभा उपचुनाव जीत लिया है.
बता दें बीजेपी ने पालघर उपचुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया था. यहां बीजेपी सांसद चिंतामन वांगा के निधन के बाद पालघर में उपचुनाव कराया गया है. शिवसेना ने उनके ही बेटे को चुनाव मैदान में उतारा था जिससे बीजेपी नाराज हो गई थी. महाराष्ट्र के सीएम फडणवीस ने हाल में कहा था कि शिवसेना ने पालघर लोकसभा उपचुनाव में दिवंगत सांसद चिंतामन वनगा के बेटे को चुनाव मैदान में उतारकर बीजेपी को धोखा दिया है.
गौरतलब है कि बीजेपी-शिवसेना के रिश्ते पिछले काफी समय से अच्छ नहीं चल रहे हैं. शिवसेना लगातार केंद्र और महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार पर हमलावर रुख अपना रही है. कई मुद्दों पर शिवसेना ने विपक्षी दलों के सुर में सुर मिलाते हुए केंद्र सरकार की आलोचना की है.
भंडारा-गोदिया में जीती एनसीपी
वहीं दूसरी तरफ भंडारा – गोंदिया लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में एनसीफी प्रत्याशी मधुकर कुकड़े ने जीत दर्ज की. इस संसदीय सीट पर भाजपा सांसद नाना पाटोले के लोकसभा और पार्टी से इस्तीफा देने के कारण उपचुनाव की जरुरत पैदा हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली की खुलेआम आलोचना करने के बाद पाटोले ने लोकसभा की सदस्यता और पार्टी छोड़ दी थी. बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गये थे जिससे उनका पुराना संबंध था.